नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट न अयोध्या मामलेकरे सुलझाने के लिए मध्यस्थ्ता समिति को मौका दिया था। इस समिति में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एफएम कलीफुल्ला की अध्यक्ष्ता में तीन सदस्यीय समिति को सर्वमान्य हल खोजने के लिए सौंप दिया था। समिति में धार्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर और मध्यस्थता विशेषज्ञ वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीराम पंचू शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को अयोध्या भूमि विवाद मामले में जारी मध्यस्थता प्रक्रिया के संबंध में एक सप्ताह के अंदर नवीनतम स्थिति रिपोर्ट सौंपे जाने का आदेश दिया। भाषा के अनुसार, प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) एफ एम आई कलीफुल्ला से 18 जुलाई तक स्थिति रिपोर्ट सौंप देने का अनुरोध किया।
साथ ही पीठ ने यह भी कहा कि वह अगला आदेश भी 18 जुलाई को ही देगी। संविधान पीठ ने कहा कि नवीनतम स्थिति रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद अगर उसे लगेगा कि मध्यस्थता प्रक्रिया विफल रही तब मुख्य अयोध्या विवाद मामले की सुनवाई न्यायालय 25 जुलाई से दिन प्रतिदिन के आधार पर करेगा।
Ayodhya dispute – Supreme Court seeks status report in a week on the mediation process: अयोध्या विवाद-सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता प्रक्रिया पर एक सप्ताह में मांगी स्थिति रिपोर्ट
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