Asha Workers Protested : हरियाणा सरकार के दमनकारी रवैया खिलाफ के आशा वर्कर्स ने किया विरोध प्रदर्शन

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Asha Workers Protested

Aaj Samaj (आज समाज),Asha Workers Protested, पानीपत: आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा संबंधित सीटू एवं सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा राज्य कमेटी के आह्वान पर आशाओं के आंदोलन पर 29 फरवरी 2024 को पंचकूला प्रदर्शन के दौरान किए गए दमन और गिरफ्तारियां के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के विधायक और सांसदों के कार्यालय व आवास पर विरोध प्रदर्शन किए गए। पानीपत जिला के अंदर भाजपा शहरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रमोद विज के जीटी रोड कार्यालय के सामने पानीपत में आशा वर्कर्स ने हरियाणा सरकार के दमनकारी रवैया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। मांग की गई मुख्यमंत्री के साथ 73 दिन की हड़ताल के बाद हुए समझौते को तुरंत लागू किया जाए।

 

ना तो मीटिंग बुलाई और नहीं समझौते को लागू करवाया

आशा वर्कर्स यूनियन ने जानकारी देते हुए बताया कि कई महीने बीत जाने के बाद भी सरकार किए गए समझौते को लागू नहीं कर रही है। इसी संदर्भ में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ यूनियन के डेलिगेशन में बातचीत की और उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्दी हम अधिकारियों के साथ आपकी मीटिंग करके समझौते को लागू करवाएंगे। लेकिन 1 महीने से ज्यादा समय हो चुका है। उन्होंने ना तो मीटिंग बुलाई और नहीं समझौते को लागू करवाया। इसके खिलाफ विरोध स्वरूप 29 फरवरी को पंचकूला राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन राज्य कार्यालय के ऊपर राज्य में अभी प्रदर्शन का आह्वान यूनियन ने किया था, लेकिन तानाशाह सरकार ने प्रदर्शन करने से रोका पूरे हरियाणा के अंदर आशा वर्कर्स को थानों में रोका गया, गाड़ियों को इंपाउंड किया गया और नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था।

 

मैं राजनीति करने वालों से बात नहीं करूंगा : विधायक

यूनियन ने प्रदर्शन के दौरान मांगों बारे ज्ञापन लेने के लिए उपस्थित हुए भाजपा विधायक प्रमोद विज के व्यवहार की कड़े शब्दों में आलोचना की और उनका बहिष्कार करते हुए विरोध स्वरूप उसके कार्यालय के सामने ही उनको दिया जाने वाला मांग पत्र फाड़ के फेंक दिया। प्रदर्शन में शामिल आशाओं के साथ और समर्थन में आए किसान मजदूर नेताओं के साथ दुर्व्यवहार का मौके पर ही डटकर विरोध किया गया। विधायक का कहना था कि अगर सरकार के खिलाफ नारे लगाओगे तो मैं आपसे कोई बात नहीं करूंगा। आंदोलनकारी आशाओं कहा कि यह हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है और तानाशाह सरकार के खिलाफ नारे अवश्य लगाएंगे, फिर उन्होंने कहा की जो आपके साथ आए हैं यह राजनीति करते हैं मैं राजनीति करने वालों से बात नहीं करूंगा। उसके बाद प्रदर्शनकारियों में प्रमोद विज के खिलाफ भारी गुस्सा पैदा हो गया और उनके व्यवहार के खिलाफ उनके सामने ही प्रमोद विज मुर्दाबाद के नारे लगाए जिनको सुनकर वह अपने दफ्तर में वापस चले गए।

 

घमंडी और तानाशाह सरकार को जनता सबक सिखाएगी

प्रदर्शन का नेतृत्व यूनियन की जिला प्रधान सविता, जिला सचिव सुशीला उप प्रधान सुमन भारत नगर, पिंकी, आशा, सह सचिव सुनीता, बबीता, किरण,, लक्ष्मी, रीना, आदि ने किया। आशाओं के विरोध प्रदर्शन को सीटू जिला प्रधान सुनील दत्त, सचिव जय भगवान, कोषाध्यक्ष नवीन सपड़ा, अखिल भारतीय किसान सभा के जिला प्रधान डॉक्टर सुरेंद्र मलिक, जिला सचिव राजपाल गाहल्याण ने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली हरियाणा की खट्टर सरकार महिला विरोधी है महिलाओं का आर्थिक शोषण कर रही है। समझौता करने के बावजूद भी लागू नहीं करना उनके चरित्र को दिखाता है। घमंडी और तानाशाह सरकार को जनता सबक सिखाएगी, किसान मजदूर संगठन आशाओं के आंदोलन का समर्थन करते हैं और सरकार से मांग करते हैं की तानाशाही छोड़ तुरंत समझौते को करें।

 

 

मुख्य मांगे
  • समझौते के अनुसार हड़ताल के दौरान का बकाया₹4000 फिक्स मानदेय दिया जाए।
  • आशा वर्कर्स को योग्यता के अनुसार पदोन्नति की जय और सरकारी नौकरी लगने के लिए पांच नंबर की छूट दी जाए।
  • आशा पे एप और गाइड लाइन में जरूरी सुधार करते हुए दूसरे जिलों में भी होने वाली डिलीवरी का बेनिफिट तुरंत आशाओं को दिलवाया जाए।
  • आशाओं के डेथ क्लेम को बढ़ाया जाए और आशाओं के लिए बैंक लोन और कुछ अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जाए।
  • आशा वर्कर्स की रिटायरमेंट उम्र 65 वर्ष की जाए।
  • आशा फैसिलिटेटर की विजिट की प्रोत्साहन राशि बढ़ाई जाए और रिपोर्टिंग की प्रोत्साहन राशि भी दी जाए।
  • आशाओं के ड्रेस के पैसे को बढ़ाया जाए और धुलाई भत्ता भी दिया जाए।
  • भिवाड़ी में बदले की भावना से हटाई गई आशाओं को तुरंत पद पर वापस लिया जाए।

 

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