प्रदेश की मंडियों में कोरोड़ों के घोटाले के आरोप

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ठेकेदारों ने की स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग
आज समाज डिजिटल, चंडीगढ:
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में राज्य की अनाज मंडियों के ठेकेदारों के नुमाइंदों ने जानकारी दी कि प्रदेश में एशिया की सबसे बड़ी खन्ना अनाज मंडी व अन्य सभी अनाज मंडियों में अनलोडिंग का ठेका एक बार फिर विवादों में है। सरकार को सैकड़ों करोड़ रुपए का चूना लगने की आशंका के बीच विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा दोबारा टेंडर कराने के आदेश के बावजूद टेंडर को लटकाया जा रहा है। इसमें सैकड़ों करोड़ों रुपए के घोटाले की आशंका दिखाई दे रही है। कई ठेकेदारों द्वारा इसके खिलाफ विभाग में अपील की गई तो फूड एंड सप्लाई विभाग के डायरेक्टर ने दोबारा टेंडर करने के आदेश जारी कर दिए। लेकिन बड़े क्लस्टर बनाकर व पुराने ठेकेदारों पर सख्त क्लाज लगाकर, पुराने ठेकों को ही फिर से एक्सटेंशन दे दी गई है हालांकि कई दशकों से छोटे क्लस्टर में टेंडर प्रक्रिया में शुरू से भाग ले रहे ठेकेदार मौजूदा टेंडर से काफी कम रेट पर टेंडर भरने को तैयार हैं जिससे आर्थिक बदहाली से गुजर रही सरकार को भारी बचत होगी लेकिन टेक्निकल कारणों से बिड रिजेक्ट कर सरकार के अधिकारियों ने मंत्रियों की मिलीभगत से सिर्फ 3-4 बड़े ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए पुराने टेंडरों को एक्सटेंशन दे दी है। ठेकेदारों ने बताया कि बड़े ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने हेतु उच्च अधिकारियों ने सरकार को सैकड़ों करोड़ों रुपए का चूना लगाया है व बदस्तूर जारी है जिस पर लगाम कसने की जरूरत है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ठेकेदार जीत राम नवांशहर, केवल ठेकेदार बलाचौर, केवल लुधियाना, बलवीर चंद लुधियाना, मेहर चंद लुधियाना, प्रेमचंद खनोरी, मुलाराम बरनाला, अंग्रेज सिंह बरनाला आदि उपस्थित रहे।

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