AAP MP Sandeep Pathak: यूनिफार्म सिविल कोड के समर्थन में आम आदमी पार्टी

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AAP MP Sandeep Pathak
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक

Aaj Samaj (आज समाज), AAP MP Sandeep Pathak, नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) यानी समान नागरिक संहिता को जल्द लागू करने की वकालत के एक दिन बाद आम आदमी पार्टी ने इसका समर्थन किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने बुधवार को कहा, हम सैद्धांतिक रूप से (यूसीसी) का समर्थन करते हैं क्योंकि अनुच्छेद 44 भी कहता है कि देश में यूसीसी होना चाहिए। संदीप पाठक आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) भी हैं।

  • यूसीसी को सैद्धांतिक समर्थन, अनुच्छेद 44 भी कहता है होना चाहिए
  • यूसीसी में व्यक्तिगत कानूनों को बनाने व लागू करने का एक प्रस्ताव

पीएम मोदी ने कल की थी जल्द लागू करने की भी वकालत

बता दें कि पीएम मोदी ने मंगलवार को भोपाल में आयोजित बीजेपी के ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’, कार्यक्रम में देशभर में यूसीसी जल्द लागू करने की भी वकालत की थी। हालांकि इसके बाद मंगलवार देर रात आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये एक इमरजेंसी मीटिंग की और सूत्रों के अनुसार बोर्ड ने बैठक में यूसीसी का विरोध करने का निर्णय लिया है।

देश को ‘दो कानूनों’ के साथ नहीं चलाया जा सकता

पीएम मोदी ने मंगलवार को यह भी कहा कि देश को ‘दो कानूनों’ के साथ नहीं चलाया जा सकता है, जबकि भारत का संविधान सभी के लिए समानता की बात करता है। उन्होंने कहा, हमारा संविधान भी सभी लोगों को समान अधिकारों की गारंटी देता है। मोदी ने यह भी कहा था कि यूसीसी के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है। तुष्टिकरण की राजनीति ने पसमांदा मुसलमानों समेत कई लोगों को पीछे छोड़ दिया है। पसमांदा मुसलमान राजनीति का शिकार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग देश को तोड़ने के लिए तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। बीजेपी कैडर को जाकर मुसलमानों को यह समझाना चाहिए और उन्हें शिक्षित करना चाहिए ताकि वे ऐसी राजनीति का शिकार न हों।

यूसीसी में नागरिकों के व्यक्तिगत कानूनों को बनाने और लागू करने का प्रस्ताव : संदीप

संदीप पाठक ने कहा, यूसीसी में देश में नागरिकों के व्यक्तिगत कानूनों को बनाने और लागू करने का एक प्रस्ताव है। उन्होंने कहा यह सभी नागरिकों पर उनके धर्म, लिंग, लिंग और यौन अभिविन्यास की परवाह किए बिना समान रूप से लागू होता है। वर्तमान में, विभिन्न समुदायों के व्यक्तिगत कानून उनके धार्मिक ग्रंथों द्वारा शासित होते हैं। संदीप पाठक ने कहा कि 44 में कहा गया है कि हर राज्य पूरे भारत में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा।

विधि आयोग तैयार कर रहा रिपोर्ट

बता दें कि यूसीसी को लेकर विधि आयोग एक रिपोर्ट तैयार कर रहा है। आयोग ने रिपोर्ट बनाने के लिए यूसीसी पर आम जनता की राय भी मांगी है। उधर एआईएमपीएलबी की बैठक में मौलाना खालिद रशीद ने कहा, हमने एक ड्रॉफ्ट तैयार किया है, जिसमें शरीयत कानूनों का जिक्र है और जल्द इस ड्राफ्ट को विधि आयोग को भेजा जाएगा। यूनिवर्सल सिविल कोड पर पीएम मोदी द्वारा इतना खुलकर बोले जाने के बाद कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी इसे एक प्रमुख मुद्दा बनाएगी।

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