नई दिल्ली। दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने वीसी नजमा अख्तर का घेराव किया। छात्रों की कई मांगे थी जिस पर वह वीसी से उत्तर चाहते थे। वीसी आॅफिस के बाहर छात्रों ने लगातार नारे लगाए और उन्हें बाहर आने को कहा। हालांकि वीसी ने भी बाहर आकर छात्रों से लगभग एक घंटे से ज्यादा समय तक छात्रों से बातचीत की और उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के खिलाफ एफआईआर की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली पुलिस के खिलाफ एफआईआर की है लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं की इसलिए अब हम कोर्ट जाएंगे और दिल्ली पुलिस के खिलाफ एफआईआर का प्रयास करेंगे। बता दें कि छात्र पिछले महीने कैंपस के अंदर हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस के खिलाफ एफआईआर आज ही करने की मांग कर रहे हैं। वीसी नजमा ने कहा कि हमने जामिया हिंसा मामले में एफआईआर दर्ज की थी, लेकिन वह अभी रिसीव नहीं हुई है। हम इससे आगे कुछ नहीं कर सकते क्योंकि हम सरकारी कर्मचारी हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हमने इस मामले में सरकार के सामने भी आपत्ति दर्ज कराई है। चूंकि एफआईआर दर्ज नहीं की गई है तो हम कोर्ट जाएंगे। छात्रों ने बार-बार यही मांग की कि जब तक एफआईआर नहीं होगी तब तक हम परीक्षा नहीं देंगे।
छात्रों के करीब दो घंटे के प्रदर्शन के बाद वीसी नजमा अख्तर बाहर आईं और उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों के सारे सवालों के जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हम एफआईआर जरूर करेंगे लेकिन आप लोग डेट मत पूछिए। हमारे बस में जो भी है वह सब हम कर रहे हैं। छात्रों की सुरक्षा के मुद्दे पर वीसी ने कहा कि हमने सेक्योरिटी बढ़ा दी है। सुरक्षा के लिए हमने गार्डस दोगुने कर दिए है। एफआईआर के सवाल पर नजमा अख्तर ने कहा कि कल से एफआईआर की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। छात्रों से सवाल पर उन्होंने कहा कि हमने एफआईआर दर्ज करने की कोशिश की थी, मगर पुलिस ने नहीं होने दी। मगर अब हम एफआईआर दर्ज कराएंगे और इसकी कार्रवाई कल से ही शुरू हो जाएगी। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून पर प्रदर्शन के दौरान दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में हिंसा हुई थी। जिसके बाद पुलिस कैंपस के अंदर घुसी थी और प्रदर्शनकारियों की पिटाई की थी। पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ कई जगहों पर प्रदर्शन किया गया। इस हिंसा में डीटीसी की चार बसें, 100 निजी वाहन और पुलिस की 10 मोटरसाइकिलें क्षतिग्रस्त हो गई।