Aaj Samaj (आज समाज), Drought, नई दिल्ली/मोगादिशू: बेमौसम बारिश होने और मानसून की अनिश्चितता की संभावना के चलते देश में सूखे का खतरा भी दिखने लगा है। गौरतलब है कि इन दिनों गर्मी का सीजन है और देश के कई हिस्सों में वर्तमान में बारिश हो रही है। पहाड़ों में बर्फबारी पड़ रही है जबकि इन दिनों बर्फ पिघलती है। इसी के साथ मानसून को लेकर भी फिलहाल अनिश्चितता बनी हुई है। वहीं सोमालिया और इथियोपिया में कई वर्षों के सूखे के बाद बाढ़ ने कहर बरपाया है जिसके कारण वहां के लाखों लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन देशों में करीब तीन साल से सूखा पड़ा था।
- देश में सामान्य बारिश होने का अनुमान : आईएमडी
- सोमालिया-इथियोपिया में बाढ़ के कारण लाखों लोग बेघर
सभी राज्यों को आकस्मिक योजना बनाने के निर्देश
भारत सरकार ने सूखे की स्थिति से निपटने के लिए सभी राज्यों को आकस्मिक योजना बनाकर काम शुरू करने का निर्देश दिया है। केंद्रीय आपदा प्रबंधन समूह ने किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए सूखे की तैयारी पहले ही कर लेने के सभी राज्य सरकारों को निर्देश दिए हैं। हालांकि, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस बार सामान्य बारिश होने का अनुमान लगाया है। फिर भी केंद्र सरकार को आशंका है कि मानसून की स्थिति प्रतिकूल हो सकती है और ऐसे में सरकार ने राज्यों को सूखा प्रबंधन केंद्र बनाकर जिला स्तर पर कृषि आकस्मिकता योजनाओं को अपडेट करने, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और कृषि विश्वविद्यालयों से समन्वय कर आपात स्थिति के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारियों को सूखे के सभी संकेतकों की सतत निगरानी के निर्देश
जिलाधिकारियों को कहा गया है कि वे अपने जिले में सूखे के सभी संकेतकों की सतत निगरानी करें। वर्षा और जल संग्रहण की स्थिति और बुवाई की प्रगति पर भी नजर रखें। किसानों को भी वैसी फसलें लगाने की सलाह दी गई है, जिन्हें कम से कम पानी में उगाया-उपजाया जा सके। जिले की मिट्टी और मौसम के अनुरूप प्रोसेस्ड फसलों के बीजों को पर्याप्त मात्रा में तैयार रखने के लिए कहा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर किसानों को अनुदानित दर पर उपलब्ध कराया जा सके।
मार्च के अंतिम सप्ताह में इथियोपिया, सोमालिया व केन्या में जोरदार बारिश
इथियोपिया और सोमालिया में मार्च में तेज बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से दर्जनों लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लाख लोग प्रभावित हुए हैं। क्रॉप मॉनिटर की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च के पहले 25 दिन इथोपिया के कुछ भागों में 5 से 10 सेंटीमीटर यानी 2 से 4 इंच बारिश दर्ज की गई थी जो सामान्य से अधिक थी। एक जलवायु वैज्ञानिक ने कहा कि आमतौर पर केन्या में बारिश ज्यादा समय तक रहती है। बाद में इथियोपिया और सोमालिया में बारिश होती है। इस साल बारिश साथ में ही शुरू हुई। मार्च के आखिरी दो सप्ताह में तीनों देशों में इतनी बारिश हुई कि बाढ़ ही आ गई।
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