गुरदासपुर : विदेशी गोरी के चक्कर में 22 लाख रुपए गंवा बैठा देसी छोरा

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Vikrant Masih son David Masih resident of Shahzada Nagar
Vikrant Masih son David Masih resident of Shahzada Nagar

गगन बावा, गुरदासपुर :

विदेश में जाकर बसने का क्रेज पंजाबियों के सिर चढ़कर बोल रहा है। पंजाबी किसी न किसी ढंग से विदेश पहुंचने का प्रयास करते हैं, फिर चाहे इसमें उनके लाखों रुपए ही क्यों न डूब जाएं। आए दिन विदेश भेजने का नाम पर लाखों रुपए के फ्रॉड के समाचार सुर्खियां बनते हैं, लेकिन फिर भी पंजाबी युवक किसी भी हाल में विदेश पहुंचने का सपना साकार करने के प्रयास में लगे ही रहते हैं। विदेश जाने के चक्कर में लाखों रुपए गंवाने का एक नया मामला जिला गुरदासपुर में सामने आया है। इस मामले में विदेश में बसने की चाह में युवक ने विदेशी गोरी के साथ कांट्रेक्ट मेरिज कर ली, लेकिन पैसा लेने का बाद भी विदेशी महिला ने उसे अपने पास नहीं बुलाया। अब उक्त युवक ने पुलिस प्रशासन से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
रिश्तेदार ने मिलवाया धोखेबाज महिला से :
विक्रांत मसीह पुत्र डेविड मसीह निवासी शहजादा नगर ने अपनी व्यथा सुनाते बताया कि उसका भाई और पिता विदेश में काम करते हैं। उनके घर का खर्च विदेश में काम करते उसके पिता और भाई की ओर से भेजे पैसे से ही चलता है। उसका भी मन विदेश में सेटल होकर पैसे कमाने का था। उसकी रिश्तेदार नुमिना खोखर जर्मनी में रहती है। उसने उसे कांट्रेक्ट मेरिज कर विदेश में बसने की सलाह दी। यही नहीं साल 2018 में उसकी रिश्तेदार ने उसे वहां की महिला अवगेनिया मूलर से मिलवाया। उसके साथ कांट्रेक्ट मेरिज की बात करने के बाद वह भारत आ गई और जून माह में दोनों ने शादी कर ली। शादी को बकायदा कोर्ट में रजिस्टर्ड कराया गया। शादी पर पूरा खर्च उसके परिवार ने ही वहन किया था। शादी के बाद अवगेनिया जर्मनी लौट गई। इसके बाद उसने दो बार जर्मनी जाने के लिए फाइल अप्लाई की, लेकिन अवगेनिया के एंबेसी न पहुंचने के कारण फाइल दोनों बार रिजेक्ट हो गई। इसके बाद उसने अपनी रिश्तेदार के साथ बात सकी तो उसने बताया कि अवगेनिया उसे जर्मनी बुलाने के लिए पैसे मांग रही है। वह अब तक उन्हें करीब 22 लाख रुपए दे चुका है, लेकिन उसे विदेश नहीं बुलाया गया। हालत यह हो गई है कि अब न तो उसकी रिश्तेदार ही फोन उठाती है और न ही अवगेनिया। उसे न विदेश बुलाया जा रहा है और न ही पैसे लौटाए जा रहे हैं। उसने पूरी जमा पूंजी विदेश जाकर सेटल होने पर लगा दी है। ऐसे में उसे अब समझ में नहीं आ रहा कि आखिर वह क्या करे।
आत्महत्या तक का मन बना लिया :
विक्रांत ने बताया कि वह मानसिक तौर पर इतना परेशान हो चुका था कि उसने आत्महत्या तक करने का मन बना लिया था। अपनी परेशानी को लेकर उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल दी, जिसे देखकर उसके दोस्त एकदम से आगे आए। दोस्तों के समझाने के बाद उसकी मानसिक स्थिति थोड़ी ठीक हुई और उसने आत्महत्या करने का विचार त्याग दिया। अब उसने एनआरआई थाना में शिकायत दर्ज कराकर पुलिस से इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है।  
पैसे लौटाने का भी दबाव :
विक्रांत ने बताया कि अवगेनिया को देने के लिए उसके पास इतने पैसे नहीं थे, जिसके चलते उसने इधर-उधर से पैसे उधार उठाकर उसे भेजे थे। अब लेनदार उसे पैसे लौटाने के लिए बार-बार कह रहे हैं। उसे समझ में नहीं आ रहा कि आखिर वह क्या करे। उसने बताया कि अब उसका जर्मनी में किसी के साथ कोई संपर्क नहीं हो पा रहा। उसने विदेश जाकर सेटल होने की इच्छा रखने वाले अपने जैसे युवाओं से अपील की है कि वे सोच-समझ कर ही कोई कदम उठाएं ताकि उसकी तरह किसी धोखे का शिकार न हो सकें। अब उसकी पुलिस प्रशासन से यही मांग है कि महिला की धोखेबाजी की उसे कानून के अनुसार सजा दी जाए।

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