PM’s election rally – for ten years the UPA government has expressed its anger at the people of Bihar for their ouster: पीएम की चुनावी रैली- दस साल तक यूपीए सरकार ने बिहार के लोगों पर अपना सत्ता बेदखली का गुस्सा निकालाा

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बिहार के चुनावों का समय नजदीक है। अगलेहफ्ते ही बिहार में पहले चरण का मतदान होना है। इसके लिए आज पीएम मोदी चुनाव प्रचार के लिए बिहारके सासाराम पहुंचे। यहां उन्होंने लगभग 40 मिनट का भाषण दिया और अपने भाषण में नीतिश की जमकर तारीफ की और लालूयादव, कांग्रेस पर हमले किए। उन्होंने लालू प्रसाद यादव के साथ मिलकर चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बनने वाले नीतीश कुमार का बचाव करते हुए कहा कि नीतिश कुमार को यूपीए सरकार ने काम नहीं करने दिया। बिहार के सासाराम में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बताया कि बिहार के विकास को यूपीए की सरकार ने दस सालों तक रोक रखा था, नीतीश कुमार को यूपीए की सरकार ने काम नहीं करने दिया। पीएम मोदी ने सासाराम में कहा कि बिहार के विकास की हर योजना को अटकाने और लटकाने वाले ये वे लोग हैं, जिन्होंने अपने 15 साल के शासन में लगातार बिहार को लूटा, बिहार का मान-मर्दन किया। आपने बहुत विश्वास के साथ इन्हें सत्ता सौंपी थी, लेकिन इन्होंने सत्ता को अपनी तिजोरी भरने का माध्यम बना लिया। जब बिहार के लोगों ने इन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया और नीतीश जी को मौका दिया तो ये बौखला गए। उन्होंने आगे कहा कि जो बात मैं आपको बता रहा हूं, इसको जरा बारीकी से समझने की कोशिश कीजिए। जब उनको सत्ता से बेदखल किया गया तो ये लोग बौखला गए, उनके अंदर गुस्सा आया, जहर भर गया। इसके बाद दस साल तक इन लोगों ने दिल्ली में यूपीए की सरकार में रहते हुए बिहार के लोगों पर अपना गुस्सा निकाला। और मुझे याद है, मैं भी गुजरात का मुख्यमंत्री था और नीतीश जी बिहार के मुख्यमंत्री थे। हम भारत सरकार की मीटिंग में जाया करते थे, नीतीश जी बार-बार उनको कहते थे कि आप बिहार के काम में रोड़े न अटकाइए, बिहार का राजनीतिक अखाड़ा दिल्ली को मत बनाइए। मगर दस साल तक यूपीए सरकार में बैठे लोगों ने पराजय के गुस्से में नीतीश को एक काम नहीं करने देते थे। नीतीश जी का दस साल बर्बाद कर दिया।देश की शिक्षा व्यवस्था में तो बिहार का गौरवशाली इतिहास रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति से प्रेरणा लेते हुए, अब कोशिश होगी, मेडिकल, इंजीनियरिंग समेत सभी तकनीकि कोर्सेस को भी मातृभाषा में पढ़ाया जाएगा।
ड्रोन की मदद से गांव के घर-घर की मैपिंग की जा रही है। सारी कार्यवाही के बाद गांव के लोगों को, हर एक नागरिक का उनके घर का, उनकी जमीन का स्वामित्व कार्ड दिया जा रहा है।
भारत के गांवों में रहने वालों की स्वामित्व की दिक्कत को दूर करने की केंद्र सरकार ने स्वामित्व योजना की शुरुआत की है। इस योजना में सब कुछ टेक्नोलॉजी के माध्यम से हो रहा है केंद्र सरकार ने स्वामित्व योजना की शुरुआत की है। इस योजना में सब कुछ टेक्नोलॉजी के माध्यम से हो रहा है। सारी कार्यवाही के बाद गांव के लोगों को, हर एक नागरिक का उनके घर का, उनकी जमीन का स्वामित्व कार्ड दिया जा रहा है।
आज जल जीवन मिशन से हर घर जल पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है। इस मिशन का लाभ यहां इस क्षेत्र में रहने वाले हमारे हमारे आदिवासी भाई-बहनों को भी होगा।
2014 में प्रधानसेवक बनने के बाद मुझे नीतीश जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सिर्फ 3-4 वर्ष ही काम करने का मौका मिला है। बाकी तो यूपीए के साथ संघर्ष करने में बिहार का टाइम गया है। लेकिन इन 3-4 वर्षों में कहीं 3-4 गुना और कहीं पर तो 5 गुना तेजी से काम किया गया है। सुविधा के साथ-साथ बिहार के सभी वर्गों को अधिक से अधिक अवसर देने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों को मिलने वाले आरक्षण को अगले 10 साल तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
बीते वर्षों में बिहार के गरीब, दलित, वंचित, पिछड़े, अतिपिछड़े, आदिवासी तक वो सुविधाएं पहुंचाने का प्रयास किया गया है, जिन्हें पाना कभी बहुत मुश्किल होता था।

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