खुलेआम तालिबानी हुकूमत के कसीदे गढ़ रहा पाकिस्तान 

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pak foreign minister kureshi
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आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
नई दिल्ली। अफगानिस्तान पर जबरन कब्जा करने वाले तालिबान की भले ही दुनियाभर में निंदा हो रही हो लेकिन भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान तालिबान के कसीदे गढ़ने में जुटा है। वह उसका खुला समर्थन कर रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि अफगानिस्तान में अशरफ गनी की सरकार ने तालिबान के खिलाफ जो प्रोपेगैंडा चलाया था, वह झूठा साबित हुआ है। कुरैशी का कहना है कि तालिबान ने तो सभी को माफ करने का ऐलान किया है और वह लड़कियों की पढ़ाई को भी नहीं रोक रहा। उन्होंने कहा, तालिबान के अभी तक उठाए गए शांतिपूर्ण कदमों का स्वागत करते हैं। अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के बीच कई इलाकों में तालिबान का विरोध भी हो रहा है, लेकिन ऐसे लोगों को गोलियां खानी पड़ रही हैं। ताजा घटना पाकिस्तान से सटे अफगानी प्रांत कुनार की राजधानी असादाबाद की है। यहां अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर निकाली जा रही रैली में लोग अफगानी झंडा लहरा रहे थे। इन पर तालिबान ने फायरिंग कर दी, जिससे भगदड़ मच गई। इस हिंसा में कई लोग मारे गए हैं। हालांकि ये साफ नहीं है कि मारे गए लोगों को गोली लगी थी या फिर वे भगदड़ के शिकार हुए थे। इस बीच प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट को घेर लिया है और लोगों को एयरपोर्ट पहुंचने से रोक रहा है। सिर्फ विदेशियों को ही जाने दिया जा रहा है।
हिंदुओं और सिखों को दिया सुरक्षा का भरोसा 
अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बीच काबुल स्थित गुरुद्वारे का एक वीडियो सामने आया है। ये वीडियो दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने शेयर किया है। इसमें दिख रहा है कि तालिबानी नेता काबुल स्थित गुरुद्वारा साहिब पहुंचे हैं। वीडियो लेकर मनजिंदर सिंह सिरसा का कहना है कि तालिबान ने काबुल के गुरुद्वारे में शरण लिए हिंदुओं और सिखों से मिलकर उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया है।
सभी भारतीयों के वीजा मंजूर किए गए 
मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि अफगानिस्तान में जो भारतीय परिवार फंसे हुए हैं उनको लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय में बात की है। वहां से पता चला है कि अफगानिस्तान में फंसे लोगों के लिए शुरू की गई नई स्कीम के तहत सभी के वीजा मंजूर कर लिए गए हैं। सिरसा का कहना है कि उनकी काबुल स्थित गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष गुरनाम सिंह से भी बात हुई है। उन्होंने बताया है कि विदेश मंत्रालय के लोग उनसे संपर्क में हैं और सभी के वीजा भी अप्रूव हो चुके हैं। अब काबुल से निकलने का इंतजार किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज 6 लोगों को गुरुद्वारे से एयरपोर्ट भी ले जाया जा रहा है।
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