Modi weakened the country, so China insisted on entering India and killing our soldiers: Rahul Gandhi: मोदी ने मुल्क को कमज़ोर किया, इसलिए चीन ने भारत में दाख़िल होने और हमारे सैनिकों को मारने की जुर्रत की : राहुल गांधी

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कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने आज कहा कि मोदी सरकार की देश विरोधी नीति के चलते हमारा मुल्क कमज़ोर हुआ है जिस कारण  चीन ने भारत में दाख़िल होने और हमारे सैनिकों को मारने की जुर्रत की है। उनहोंने यह भी कहा कि मोदी सरकार के मुल्क विरोधी कदमों की ताज़ा मिसाल खेती कानूनों के लिए जा सकती है।
राहुल गांधी ने कहा कि चीन को एहसास हो गया है कि मोदी ने भारत को कमज़ोर कर दिया है और उस ने हमारी ज़मीन के 1200 किलोमीटर पर कंट्रोल करने के लिए इसका फ़ायदा उठाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारे मुल्क की  कमर तोड़ कर रख दी , जिस का आर्थिक विकास डा. मनमोहन सिंह की सरकार समय पर 9प्रतिशत होता था जो अब 24 प्रतिशत पर पहुँच गया है। नरिन्दर मोदी की तरफ से अपने पूँजीपति और औद्योगिक मित्रों की मदद करने के लिए मुल्क को बरबादी के रास्ते चलाने का दोष लगाते राहुल गांधी ने कहा कि भारत पीछे की ओर जा रहा है और यह बात चीन जानता है।
राहुल गांधी ने कहा,”और क्यों चीन हमारे क्षेत्र में दाख़िल होने की हिम्मत करेगा? यदि मोदी के दावे मुताबिक चीनी भारत में दाख़िल नहीं हुए तो वह हमारे 20 सैनिकों को कैसे मार सकते हैं जो कि असली कंट्रोल रेखा पर हमारे वाले तरफ़ थे?”
श्री गुरु नानक देव जी के कथन कि’सत्य से कुछ भी नहीं छिपाया जा सकता’का हवाला देते राहुल गांधी ने कहा कि यदि हम आज सत्य का सामना नहीं करते तो हम इस का खाम्याज़ा भुगतेंगे।  गुरू नानक देव जी ने सत्य का मार्ग दिखाया है और लोगों को ख़ास कर किसानों को भी इसी मार्ग पर चलने का न्योता दिया। उन कहा,”आप बच -बचाव कर भाग नहीं सकते”। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसान भी कोई साधारण लोग नहीं हैं बल्कि हमारे मुल्क की रीढ़ की हड्डी हैं।
राहुल गांधी ने लोगों को सामने होते कहा,”आप चुप क्यों हो? हरियाणा चुप क्यों है? पंजाब के शेर दहाड़ क्यों नहीं रहे?”। उन्होंने लोगों को केंद्र सरकार के ज़ुल्मों ख़िलाफ़ उठने की अपील करते कहा कि वह उन के हर कदम के साथ डट कर चलेंगे।
राहुल गांधी ने कहा,”यदि मोदी को किसानों और गरीबों की ताकत का एहसास नहीं है तो हम मिल कर उन को अपनी शक्ति का एहसास करावांगे”। उन्होंने ऐलान किया कि वह केंद्र की भाजपा सरकार से नहीं डरते। उन्होंने मोदी सरकार की निंदा करते कहा कि केंद्र की तरफ से कॉर्पोरेट घरानों के द्वारा मीडिया पर कंट्रोल किया हुआ है और असहमति विरुद्ध उठने वाली हर आवाज़ को दबाया जा रहा है।
राहुल गांधी यहाँ कैप्टन अमरिन्दर सिंह के साथ पंजाब में खेती बचाओ यात्रा के दूसरे दिन की समाप्ति मौके एक रैली को संबोधन कर रहे थे।
राहुल गांधी ने किसानों को नरिन्दर मोदी सरकार के ख़तरनाक इरादों विरुद्ध सावधान करते कहा कि केंद्र के इरादे सोचे -समझे और बदनीयत वाले एजंडे का हिस्सा हैं जिससे मुट्ठी भर उद्योगपतियों के हित पालन के लिए किसानों की ज़िंदगी को तबाह किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री की रूचि सिर्फ़ अपने तीन -चार उद्योगपति मित्रों की सहायता करन में है। लाकडाऊन के समय दौरान प्रवासियों की दुर्दशा और नोटबन्दी और जी.ऐस.टी. के साथ पैदा हुए संकट को याद करते राहुल गांधी ने कहा कि प्रधान मंत्री आम लोगों की कोई परवाह नहीं करते। उन कहा कि नोटबन्दी के बाद उद्योगपतियों के लिए 3.50 लाख करोड़ रुपए का कर्ज़ मुआफ किया गया और यहाँ तक कर कोविड के समय दौरान भी इन को रियायतों दीं जा रही हैं परन्तु गरीबों को सिर्फ़ सबसिडियाँ ही मिल रही हैं।
कोविड सम्बन्धित प्रधान मंत्री के झूठ की कड़ी निंदे करते,  राहुल ने लोगों को समरण करवाया कि मोदी ने दावा किया था कि महामारी विरुद्ध जंग 22 दिनों में जीत ली जायेगी। उन्होंने पूछा कि,”क्या ऐसा हुआ है? अगर ऐसा है, तो फिर लोग मास्क क्यों डाल रहे हैं? “
 राहुल गांधी ने किसानों को सावधान किया कि केंद्र के नये कानून ऐमऐसपी, fci व्यवस्था और मंडियों को ख़त्म कर देंगे। उन्होंने कहा कि यह अगले 2-3सालों में नहीं हो सकता, यह मोदी की आखिरी बाज़ी है जिस के साथ वह सिर्फ़ अपने कॉर्पोरेट मित्रों ख़ास तौर पर अम्बानी और अडानी को प्रफुल्लित करन का उद्देश्य रखता हैं। उन किसानों को चौकन्ने करते कहा कि नये खेती कानूनी के साथ खरीद प्रक्रिया में आई रुकावट पूरी लड़ी को तोड़ देगी। उन्होंने आगे कहा कि किसान इन कारपोरेटों के ग़ुलाम बन जाएंगे और आखिरकार सारा देश एक बार फिर ग़ुलाम बन जायेगा।
मुख्य मंत्री ने कहा कि खेती कानूनों कारण कृषि का भविष्य बड़े खतरे में पड़ गया है क्यों जो दिल्ली सरकार ने यह कानून किसानों और सूबों पर ज़बरदस्ती थोप्या है। उन्होंने सावधान करते कहा कि छोटे किसान, जो किसानी भाईचारो का 70 प्रतिशत हिस्सा हैं, पूरी तरह तबाह हो जाएंगे।
किसानी भाईचारे को कोई नुक्सान न होने देने का वायदा करते मुख्य मंत्री ने कहा कि सूबा और इस के किसानों को लम्बे समय से चले आ रहे संघर्ष का सामना करना पड़ा है और उन्होंने किसानों को लम्बे और मुश्किल भरे संघर्ष के लिए तैयार रहने की अपील की।
पंजाब और इस के किसानों, जो भारत और इस की जनता की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहते रहे हैं, के साथ भेदभाव करन के लिए मोदी सरकार पर बरसते कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि कोविड महामारी दौरान इन किसानों ने किसी को भी भूखा नहीं रहने दिया। उन चेतावनी दी कि यह खेती कानून मंडी बोर्ड को तबाह करन साथ साथ ग्रामीण विकास को ठप्प कर देंगे और पीडीऐस प्रणाली को भी ख़त्म कर देंगे क्योंकि यह अडानी और अम्बानी गरीबों की कोई भी परवाह नहीं करेंगे।
इस उपरांत  राहुल गांधी और कैप्टन अमरिन्दर सिंह किसानों और आढतियों के साथ बातचीत करने के लिए दाना मंडी गए और किसानों को भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी उन के हकों चौकीदारी के लिए हर लड़ाई लड़ेगी।
समाना की अनाज मंडी में हुई इस रैली में ए.आई.सी.सी के जनरल सचिव हरीश रावत, पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रधान सुनील जाखड़, पंजाब मंडी बोर्ड के चेअरमैन लाल सिंह, विधायक रजिन्दर सिंह समेत कई कैबिनेट मंत्री और पंजाब कांग्रेस के संसद मैंबर और विधायक मौजूद थे। इस रैली में बड़ी संख्या नाराज़ किसान, आढ़तिये, मज़दूर और सैंकड़े आम लोग शामिल हुए।
इस मौके  कैबिनेट मंत्री ब्रह्म महेन्दरा, साधु सिंह धरमसोत, राणा गुरमीत सिंह सोढी और विजय इंद्र सिंगला के इलावा संसद मैंबर गुरजीत सिंह औजला, विधायक हरदयाल कम्बोज़, मदन लाल जलालपुर, निर्मल सिंह, कुलजीत सिंह नागरा और इन्दु मल्होत्रा, पंजाब महिला समाज भलाई बोर्ड के चेअरपरसन गुरसरन कौर रंधावा और पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान बरिन्दर ढिल्लों शामिल थे।
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