Educational institutions will remain closed till 4 April in Himachal: हिमाचल में 4 अपै्रल तक बंद रहेंगे शिक्षण संस्थान

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शिमला। हिमाचल में सभी शिक्षण संस्थान 4 अप्रैल तक बंद रहेंगे। ऐसा राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के मद्देनजर किया गया है। यही नहीं, राज्य में सामाजिक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन पर भी रोक रहेगी। वहीं, प्रदेश में होली पर कोई भी सामाजिक आयोजन नहीं होगा। साथ ही सभी कार्यालयों में 3 अप्रैल, 2021 का अवकाश रहेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को राज्य में कोरोना संक्रमण से बने हालात का जायजा लेने और इसे रोकने को उठाए गए कदमों की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में ये निर्णय लिए गए। प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में तेजी से हुई वृद्धि को देखते हुए प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि राज्य के सभी विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, तकनीकी संस्थान और स्कूल 4 अप्रैल, 2021 तक बन्द रहेंगे। केवल वे संस्थान खुले रहेंगे, जिनमें परीक्षाएं चल रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन स्कूलों के पास आवासीय सुविधाएं उपलब्ध हैं, उन्हें अपने छात्रावास बन्द करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन आवासीय छात्रावासों में कोविड-19 का संक्रमण रोकने के लिए सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करना होगा। इन आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित बनाने के लिए एक अनुपालना अधिकारी की नियुक्ति भी करनी होगी।
उन्होंने कहा कि अध्यापकों सहित महाविद्यालय और स्कूल का स्टाफ नियमित रूप अपने संस्थानों में आना जारी रखेगा। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में कोई भी सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा और बाहरी कार्यक्रमों में 200 और आंतरिक कार्यक्रमों में 50 फीसदी तक लोग शामिल हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि नर्सिंग और चिकित्सा संस्थान नियमित रूप से कार्य करते रहेंगे। मन्दिरों के अंदर लंगर और धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध रहेगा और केवल दर्शन की ही अनुमति होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी कार्यालयों में 3 अप्रैल, 2021 का अवकाश रहेगा और होली का कोई भी सामाजिक आयोजन नहीं होगा। उन्होंने लोगों से घर पर रहकर परिवार के सदस्यों के साथ होली मनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सभी अग्रणी पंक्ति के कार्यकतार्ओं को कोविड की दूसरी खुराक लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान और जेसी शर्मा, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डायरेक्टर डॉ. निपुण जिंदल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
सैलानियों को रोकना अभी उचित नहीं, मामले बढ़ने पर करेंगे रिव्यू
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटन सीजन आने वाला है। ऐसे में राज्य की अर्थव्यवस्था और रोजगार को देखते हुए सैलानियों को आने से रोकना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण पर्यटन सीजन बुरी तरह से प्रभावित हुआ था और उसका असर अभी तक है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष शुरू होने वाले पर्यटन सीजन में होटलों और होम स्टे में एसओपी को सख्ती से लागू करने को कहा गया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि अगर कोरोना संक्रमण के मामलों में और तेजी आती है तो इसकी समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कोविड के पॉजिटिव मामलों और मृत्यु दर को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त संबंधित जिलों में अधिक प्रतिबंध लगाने के लिए उचित कदम उठाएंगे। वहीं, अस्पतालों में बैड कैपेसिटी को एक्टिव रखने को कहा है, ताकि कोरोना संक्रमण का कोई गंभीर मरीज आता है तो उसे तुरंत सुविधा मिले।


लोकिन्दर बेक्टा

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