Many indigenous powerwriters shone this time in IPL: आईपीएल में इस बार चमके कई देसी पॉवरहिटर

0
233

पिछले वर्षों में आईपीएल में पॉवरहिटरों के नाम पर ज़्यादातर विदेशी खिलाड़ियों के नाम सामने आते थे और छक्कों की बरसात के लिए आंद्रे रसेल, क्रिस गेल, ब्रैंडन मैकुलम, जोस बटलर, इयोन मोर्गन, किरोन पोलार्ड, क्रिस लिन, ड्वेन ब्रावो, एबी डिविलियर्स, डेविड वॉर्नर, जॉनी बेयरस्टो पर निर्भर रहा करते थे लेकिन इस सीज़न में देसी पॉवरहिटरों ने शानदार हिटिंग से समा बांध दिया है।

देसी पॉवरहिटरों के नाम पर हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत के नाम ही उभरकर आते थे और बीच-बीच में रोहित शर्मा, विराट कोहली, संजू सैमसन और आजिंक्य रहाणे ने पॉवरहिटिंग की क्षमता दिखाई लेकिन ये खिलाड़ी इसे बरकरार नहीं रख पाए। हालांकि इस बार ज़्यादातर टीमें दो-दो मैच खेल चुकी हैं जिनमें कुछ तीन मैच भी खेल चुकी हैं। हालांकि इस बार भी इस बारे में बहुत जल्द राय बनाना थोड़ी जल्दबाज़ी होगी लेकिन फिर भी जिन खिलाड़ियों ने इस क्षेत्र में पिछले वर्षों की पॉवरहिटिंग को आगे बढ़ाया है वह वास्तव में काबिलेतारीफ है। संजू सैमसन ऐसे ही खिलाड़ी हैं। दो मैचों में उतरे हैं और दोनों में मैन ऑफ द मैच रहे। सुपरकिंग्स के खिलाफ नौ छक्के और किंग्स के खिलाफ सात छक्के और स्ट्राइक रेट 214.86 का। पहले मैच में पीयूष चावला, रवींद्र जडेजा और दूसरे मैच में मैक्सवेल खास तौर पर उनके निशाने पर रहे। संजू न सिर्फ पुल शॉट्स को बखबी खेलते हैं बल्कि लॉन्ग ऑफ, लॉन्ग ऑन और काऊस कॉर्नर पर उनकी हिटिंग लाजवाव होती है। ऐसी हिटिंग पर आम तौर पर उनका कोई भी शॉट मिसटाइम नहीं होता। अपने पुल शॉट्स को उन्होंने खास तौर पर विकसित किया है। उनकी इसी खूबी को देखते हुए दोनों मैचों में सीमर्स ने उन्हें बहुत कम शॉर्ट गेंदें फेंकी। उनके शरीर से दूर गेंद फेंकने की भी रणनीति अपनाई गई लेकिन संजू ने कदमों का अच्छा इस्तेमाल करते हुए तमाम गेंदबाज़ों को उनके मंसूबे में सफल नहीं होने दिया। पिछले साल भी संजू ने एसआरएच के खिलाफ केवल 54 गेंदों पर सेंचुरी बनाकर उस आईपीएल की दूसरी सबसे तेज़ सेंचुरी बनाई थी।

 इसी तरह मयंक अग्रवाल को बड़ी पारियों के लिए जाना जाता था लेकिन इस बार दो मैचों में उनकी ज़बर्दस्त पॉवरहिटिंग में उनमें छिपी एक अलग तरह की प्रतिभा सामने आई। मयंक भी संजू की तरह ही गेंदबाज के सिर के ऊपर से और लॉन्ग ऑफ, लॉन्ग ऑन की दिशा में हिटिंग करना ज़्यादा पसंद करते हैं। तीन मैचों में 221 रन और 170 का स्ट्राइक रेट उनकी इस नई प्रतिभा को बताने के लिए काफी है। कभी-कभी उनके मिडविकेट के ऊपर से शानदार क्लीन हिटिंग में रोहित शर्मा के शॉट्स की झलक लगती है। शायद टेस्ट में उनके ओपनिंग पार्टनर होने का यह नतीजा हो सकता है क्योंकि उन्होने रोहित की हिटिंग को काफी करीब से देखा है।

तीसरे पॉवरहिटर हैं – केएल राहुल। हालांकि आरसीबी के खिलाफ उन्होंने बड़े बड़े पॉवरहिटों की बरसात कर दी और उनकी यह पारी आईपीएल में किसी भी भारतीय खिलाड़ी की सबसे बड़ी पारी साबित हुई। वह खासकर स्पीडस्टर पर खूब प्रहार करते हैं। डेल स्टेन, नवदीप सैनी और उमेश यादव को उन्होंने आरसीबी के खिलाफ खास तौर पर निशाना बनाया तो वहीं जोफ्रा आर्चर और अंकित राजपूत पर कुलकर स्ट्रोक लगाए। गेंद जितनी तेज़, शॉट भी उतना ही तेज़। फर्क सिर्फ इतना था कि राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उन्होने अंधाधुध हिटिंग न करके गेंद की मैरिट के हिसाब से हिटिंग की। वह जानते थे कि दूसरे छोर पर मयंक अग्रवाल पूरे शवाब पर हैं। ऐसी स्थिति में उन्होंने कुछ समय के लिए अपने आपको ऐसे शॉट्स के लिए रोक लिया। इसी मैच में राहुल तेबतिया इस आईपीएल के बेहतरीन गेंदबाज़ साबित हो रहे शेल्डन कॉट्रेल के एक ओवर में पांच छक्के लगाकर खलनायक से नायक बन गए जबकि इसी पारी में वह कप्तान स्टीवन स्मिथ के उन्हें बल्लेबाज़ी के लिए ऊपर भेजने के भरोसे पर खरे नहीं उतर पा रहे थे।

बाकी रोहित शर्मा हमेशा की तरह इस बार भी खासकर केकेआर के खिलाफ पॉवरहिंटिंग करते दिखे और विदेशियों में जोफ्रा आर्चर और पैट कमिंस के रूप में ऐसे विदेशी खिलाड़ी चमके जो मूलत:  गेंदबाज़ थे। इनमें खासकर जोफ्रा आर्चर की हिटिंग दोनों मैचों में मैच विनर साबित हुई। उम्मीद करनी चाहिए कि इस बार कई और देसी पॉवरहिटर उभर कर सामने आएंगे। बाकी हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत की हिटिंग का भी हर कोई इंतज़ार कर रहा है।

SHARE