SpaceX Starship 10th Test Flight, (आज समाज), वांशिंगटन: स्पेसएक्स के विशाल स्टारशिप रॉकेट ने अपनी 10वीं परीक्षण उड़ान पूरी कर ली है। यह अब तक का सबसे सफल प्रक्षेपण था। मंगलवार रात को इसने उड़ान पूरी की। मौसम व तकनीकी दिक्कतों के चलते लगातार दो रातों तक मिशन रद करना पड़ा। इसके बाद बीती रात 400 फुट ऊंचा स्टारशिप रॉकेट आखिरकार शाम 7:30 बजे पूर्वी मानक समय पर टेक्सास स्थित स्पेसएक्स के स्टारबेस केंद्र से उड़ान भर गया।
हिंद महासागर में लगभग सुरक्षित गिरा रॉकेट
स्टारशिप की ऐतिहासिक यात्रा में रॉकेट बिना किसी रुकावट के उड़ान भरकर हिंद महासागर में लगभग सुरक्षित गिर गया, सिवाय इसके कि पुन:प्रवेश के दौरान इसके पिछले फ्लैप जल गए थे। अपनी यात्रा के दौरान, स्टारशिप पृथ्वी से कुछ सौ किमी ऊपर उड़ी और इसने अपने बूस्टर को सफलतापूर्वक अलग कर दिया और नौवें परीक्षण के उग्र अवतरण के बाद पहली बार सभी आठ डमी उपग्रहों को कक्षा में स्थापित कर दिया। स्टारशिप के मंगलवार के परीक्षण ने रैप्टर इंजन के दूसरे सफल पुनः प्रक्षेपण को भी चिह्नित किया।
नवीनतम परीक्षण के लिए रास्ता किया साफ़
संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) ने नौवें प्रक्षेपण की जांच के बाद नवीनतम परीक्षण के लिए रास्ता साफ़ कर दिया। नौवें प्रक्षेपण में स्टारशिप रॉकेट डमी उपग्रहों को तैनात करने में विफल रहा था। पृथ्वी के वायुमंडल की ओर वापस लौटते समय जल गया था। स्पेसएक्स के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने मुख्य ईंधन टैंक में खराबी को समस्या का कारण बताया है, जिसे आगे के प्रयासों से पहले ठीक कर दिया गया था।
पृथ्वी पर वापस उतरते समय सामने आईं कुछ और चुनौतियां
टेक्सास के स्टारबेस से लाइव प्रसारण देख रहे उत्सुक अंतरिक्ष विशेषज्ञों ने मंगलवार के प्रक्षेपण के दौरान प्रत्येक उपग्रह के तैनात होने के बाद बार-बार क्लैपिंग की। पृथ्वी पर वापस उतरते समय कुछ और चुनौतियां सामने आईं क्योंकि चालक दल ने रॉकेट पर जानबूझकर दबाव डालने और उसकी क्षमताओं, यानी उसके हीट शील्ड की ताकत का परीक्षण करने की कोशिश की।
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