• पूर्व मंत्री ने महिला कांग्रेस की नवनियुक्त जिलाध्यक्ष की ओर से आयोजित कार्यक्रम में की शिरकत

Rewari News(आज समाज नेटवर्क) रेवाड़ी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि हरियाणा में हाल ही में घटित घटनाएँ प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गहरी चिंता का विषय हैं। एक ओर राज्य के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाय पूरण कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या ने पूरे सिस्टम को हिला कर रख दिया है, वहीं दूसरी ओर देश के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की घटना हमारे लोकतंत्र और न्याय प्रणाली की गंभीर स्थिति को दर्शाती है। यदि देश का मुख्य न्यायाधीश ही सुरक्षित नहीं है और एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी तक सरकार के दबाव और उत्पीडऩ से मुक्त नहीं रह पाता, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की क्या गारंटी रह जाती है।

कैप्टन अजय सिंह यादव अपनी पत्नी के साथ रेवाड़ी के मॉडल टाउन में महिला कांग्रेस की नवनियुक्त जिला अध्यक्ष सीमा धमीजा द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करने उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस अवसर पर सीमा धमीजा ने नियुक्ति पत्र शकुंतला यादव के हाथों से वितरित करवाए गए। कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के ग्रामीण जिला अध्यक्ष सुभाष छावड़ी, शहरी जिला अध्यक्ष प्रवीण चौधरी, महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष दीपिका यादव, हरीश सैनी, जिम्मी सचदेवा, पार्षद सुचित्रा चांदना, पार्षद रंजना भारद्वाज, सरोज भारद्वाज, रामगिरी, कुसुमलता, शीला यादव, राज भटनागर, मोनिका मेहरा, शिल्पी शर्मा सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

परिवार ने जिन धाराओं को एफआईआर में शामिल करने की मांग की, उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है

कैप्टन यादव ने कहा कि वह महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अल्का लांबा का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने सीमा धमीजा को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। सीमा धमीजा पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ काम करेंगी और अधिक से अधिक महिलाओं को कांग्रेस पार्टी से जोड़ेंगी।वाय. पूरण कुमार आत्महत्या मामले पर बोलते हुए कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि यह अत्यंत निंदनीय है कि मृतक अधिकारी के परिजन पोस्टमार्टम नहीं करवाना चाहते थे, फिर भी उनकी इच्छा के विरुद्ध शव को पीजीआई रोहतक भेजा जा रहा है। परिवार ने जिन धाराओं को एफआईआर में शामिल करने की मांग की, उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है।

दलित समाज के प्रति सरकार का रवैया आज भी असंवेदनशील और अन्यायपूर्ण बना हुआ है

इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार इस पूरे मामले को दबाने और प्रभावित करने का प्रयास कर रही है।उन्होंने कहा कि यह घटना केवल एक अधिकारी की आत्महत्या नहीं, बल्कि दलित समाज के सम्मान और अस्तित्व पर प्रहार है। वाय. पूरण कुमार दलित वर्ग से आते थे और उनके सुसाइड नोट में मानसिक उत्पीडऩ एवं जातिगत भेदभाव का स्पष्ट उल्लेख है। यह दर्शाता है कि दलित समाज के प्रति सरकार का रवैया आज भी असंवेदनशील और अन्यायपूर्ण बना हुआ है। कांग्रेस पार्टी इस मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग करती है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपेक्षा रखती है।उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से वाय पूरण कुमार आत्महत्या मामले की उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच कराए जाने, उनके परिवार की सभी माँगों का पूरा सम्मान किए जाने, दलित समाज के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की मांग की ताकि न्यायपालिका की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

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