नियमित रूप से पाठ करने पर शनि का प्रभाव भी होगा कम
(आज समाज), नई दिल्ली: भगवान श्री राम के प्रिय भक्त बजरंग बली हनुमान की विशेष रूप से पूजा करने पर मनुष्य के सभी संकट दूर हो जाते है। इसलिए भगवान हनुमान को संकटमोचन भी कहा गया है। विविध पूर्वक पूजा करने वाले भक्त को हनुमान जी शक्ति प्रदान करते है। इस लेख के जरिए हम आपको बता रहे है कि नियमित रूप से हनुमान चालीस का पाठ करने से क्या लाभ होता है।
अगर कोई मनुष्य नियमित रूप से हनुमान चालीस का पाठ करता है तो उसकी मनोकामनाओं पूरी होती है, भय से मुक्ति मिलती है, रोगों से छुटकारा मिलता है, कार्यों में सफलता और आत्मिक शांति भी मनुष्य को मिलती है।
इसके अतिरिक्त, हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि के बुरे प्रभावों को भी कम किया जा सकता है, खासकर शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए, सुबह या शाम का समय चुनें और हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठकर पाठ करें। पाठ करते समय, शुद्ध उच्चारण और एकाग्रता का ध्यान रखें।
यह कार्य होते हैं पूर्ण
- मनोकामनाओं की पूर्ति: हनुमान चालीसा का पाठ करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
- भय से मुक्ति: हनुमान चालीसा में ऐसी कई चौपाइयां हैं जिनका नियमित जाप करने से मन से भय और चिंता दूर होती है।
- रोगों से छुटकारा: हनुमान चालीसा में ऐसे भी मंत्र हैं जिनका जाप करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति स्वस्थ रहता है।
- कार्यों में सफलता: हनुमान चालीसा का पाठ करने से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और व्यक्ति को सफलता मिलती है।
- आत्मिक शांति: हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करने से मन शांत और स्थिर होता है, जिससे आत्मिक शांति का अनुभव होता है।
हनुमान चालीसा का पाठ करने का सही तरीका
- हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले, स्नान करके शुद्ध होना चाहिए।
- साफ-सुथरे कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। लाल रंग के कपड़े पहनना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
- शास्त्रों के अनुसार, पाठ करते समय मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।
- पाठ करते समय, मन में हनुमान जी का स्मरण करते रहें और उनका ध्यान करें।
- पाठ करते समय, मन में किसी भी प्रकार की नकारात्मक भावना या विचार नहीं आने देना चाहिए।
- पाठ के दौरान, शुद्धता का विशेष ध्यान रखें और मांस-मदिरा से दूर रहें।
- पाठ करते समय, शब्दों का उच्चारण स्पष्ट रूप से करें और अर्थ समझते हुए पढ़ें।
- पाठ के लिए शांत और एकाग्र वातावरण का चुनाव करें।
- पाठ समाप्त होने के बाद, हनुमान जी को लड्डू या अपनी क्षमतानुसार भोग लगाएं।
- पाठ के बाद, जल का सेवन करना शुभ माना जाता है।
- हनुमान चालीसा का पाठ करते समय, भगवान राम का भी स्मरण करना चाहिए।
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