वृष राशिफल 30 अगस्त 2022

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वृष राशिफल 30 अगस्त 2022

***|| जय श्री राधे ||***
🌺🙏 महर्षि पाराशर पंचांग 🙏🌺
🙏🌺🙏 अथ पंचांगम् 🙏🌺🙏
****ll जय श्री राधे ll****
🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺

दिनाँक:-30/08/2022, मंगलवार
तृतीया, शुक्ल पक्ष,
भाद्रपद
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

वृष

आज के दिन आपको निर्णय लेने की क्षमता का लाभ मिलेगा,क्योंकि आप यदि घर व बाहर कहीं पर भी कोई निर्णय लेंगे तो वह सही होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवाद से क्लेश संभव है। वाहन मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही करें। अपेक्षित कार्यों में अप्रत्याशित बाधा सकती है। तनाव रहेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम जमानत के कार्य टालें। दूसरों के झगड़ों में पड़ें। राज्य के प्रतिनिधि सहयोग करेंगे। आप किसी चल व अचल संपत्ति के क्रय विक्रय की योजना बना रहे थे, तो उसमें आपको जरूरी कागजातों को जांचना होगा,नहीं तो कोई आपके साथ बड़ा धोखा कर सकता है जो आपकी परेशानी का कारण बनेगा। जो लोग प्रेम विवाह की तैयारी कर रहे हैं वह आज किसी नए मुकाम पर पहुंच सकते हैं।

 

तिथि———– तृतीया 15:32:35 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र———— हस्त 23:48:21
योग————- शुभ 24:02:42
करण————– गर 15:32:35
करण———– वणिज 27:30:18
वार———————- मंगलवार
माह———————– भाद्रपद
चन्द्र राशि——————- कन्या
सूर्य राशि——————— सिंह
ऋतु————————– वर्षा
सायन———————— शरद
आयन——————दक्षिणायण
संवत्सर——————- शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)——————— नल
विक्रम संवत—————- 2079
गुजराती संवत————– 2078
शक संवत—————— 1944

वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:58:11
सूर्यास्त—————- 18:41:05
दिन काल————- 12:42:54
रात्री काल————- 11:17:33
चंद्रोदय—————- 08:26:26
चंद्रास्त—————- 20:37:56

लग्न—- सिंह 12°29′ , 132°29′

सूर्य नक्षत्र——————– मघा
चन्द्र नक्षत्र——————- हस्त
नक्षत्र पाया——————- रजत

🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩

ष—- हस्त 11:28:25

ण—- हस्त 17:39:05

ठ—- हस्त 23:48:21

पे—-चित्रा 29:56:13

💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=सिंह 12:12 मघा , 4 मे
चन्द्र =कन्या 13 °23, हस्त , 2 ष
बुध =कन्या 09 ° 07′ उ o फा o ‘ 4 पी
शुक्र=कर्क 28°05, आश्लेषा ‘ 4 डो
मंगल=वृषभ 11°30 ‘ रोहिणी’ 1 ओ
गुरु=मीन 12°30 ‘ उ o भा o, 3 झ
शनि=कुम्भ 26°33 ‘ धनिष्ठा ‘ 2 गी
राहू=(व) मेष 22°40’ भरणी , 3 ले
केतु=(व) तुला 22°40 विशाखा , 1 ती

🚩💮🚩 मुहूर्त प्रकरण 🚩💮🚩

राहू काल 15:30 – 17:06 अशुभ
यम घंटा 09:09 – 10:44 अशुभ
गुली काल 12:20 – 13:55 अशुभ
अभिजित 11:54 – 12:45 शुभ
दूर मुहूर्त 08:31 – 09:22 अशुभ
दूर मुहूर्त 23:12 – 24:03* अशुभ
वर्ज्यम 07:45 – 09:25 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
रोग 05:58 – 07:34 अशुभ
उद्वेग 07:34 – 09:09 अशुभ
चर 09:09 – 10:44 शुभ
लाभ 10:44 – 12:20 शुभ
अमृत 12:20 – 13:55 शुभ
काल 13:55 – 15:30 अशुभ
शुभ 15:30 – 17:06 शुभ
रोग 17:06 – 18:41 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
काल 18:41 – 20:06 अशुभ
लाभ 20:06 – 21:30 शुभ
उद्वेग 21:30 – 22:55 अशुभ
शुभ 22:55 – 24:20* शुभ
अमृत 24:20* – 25:45* शुभ
चर 25:45* – 27:09* शुभ
रोग 27:09* – 28:34* अशुभ
काल 28:34* – 29:59* अशुभ

💮होरा, दिन
मंगल 05:58 – 07:02
सूर्य 07:02 – 08:05
शुक्र 08:05 – 09:09
बुध 09:09 – 10:12
चन्द्र 10:12 – 11:16
शनि 11:16 – 12:20
बृहस्पति 12:20 – 13:23
मंगल 13:23 – 14:27
सूर्य 14:27 – 15:30
शुक्र 15:30 – 16:34
बुध 16:34 – 17:38
चन्द्र 17:38 – 18:41

🚩होरा, रात
शनि 18:41 – 19:38
बृहस्पति 19:38 – 20:34
मंगल 20:34 – 21:30
सूर्य 21:30 – 22:27
शुक्र 22:27 – 23:23
बुध 23:23 – 24:20
चन्द्र 24:20* – 25:16
शनि 25:16* – 26:13
बृहस्पति 26:13* – 27:09
मंगल 27:09* – 28:06
सूर्य 28:06* – 29:02
शुक्र 29:02* – 29:59

🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल 💮🚩

सिंह > 04:12 से 06:18 तक
कन्या > 06:18 से 0828 तक
तुला > 08:28 से 10:42 तक
वृश्चिक > 10:42 से 12:58 तक
धनु > 12:58 से 15:28 तक
मकर > 15:28 से 17:06 तक
कुम्भ > 17:06 से 18:32 तक
मीन > 18:32 से 19:08 तक
मेष > 19:08 से 20:40 तक
वृषभ > 20:40 से 23:28 तक
मिथुन > 23:28 से 01:52 तक
कर्क > 01:52 से 04:02 तक

🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

3 + 3 + 1 = 7 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

बूध ग्रह मुखहुति

💮 शिव वास एवं फल -:

3 + 3 + 5 = 11 ÷ 7 = 4 शेष

सभायां = संताप कारक

🚩भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

रात्रि 27:30 से प्रारम्भ

पाताल लोक = धनलाभ कारक

💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮

* हरतालिका तीज व्रत

* श्री वराह जयंती

* हस्तिगौरी व्रत

*सामवेद उपाकर्म

*श्री श्यामचरण दास जयंती

*गुरु रामदास पुण्य दिवस

💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮

अनित्यानि शरिराणि विभवो नैव शाश्वतः ।
नित्यं सन्निहितो मृत्युः कर्तव्यो धर्मसंग्रहः ।।
।। चा o नी o।।

हमारे शारीर नश्वर है. धन में तो कोई स्थायी भाव नहीं है. म्रत्यु हरदम हमारे निकट है. इसीलिए हमें तुरंत पुण्य कर्म करने चाहिए.

🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩

गीता -: मोक्षसान्यांसयोग अo-18

य इमं परमं गुह्यं मद्भक्तेष्वभिधास्यति ।,
भक्तिं मयि परां कृत्वा मामेवैष्यत्यसंशयः ॥,

जो पुरुष मुझमें परम प्रेम करके इस परम रहस्ययुक्त गीताशास्त्र को मेरे भक्तों में कहेगा, वह मुझको ही प्राप्त होगा- इसमें कोई संदेह नहीं है॥,68॥,

 

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)

 

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