Defence Minister Meets Heros Of 1965 War, (आज समाज), नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा है कि देश की सुरक्षा सीमा पर लड़ी गई जंग से नहीं, बल्कि देश के लोगों की एकजुटता व संकल्प से तय होती है। 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध (1965 India-Pakistan war) के दिग्गजों के साथ बातचीत में उन्होंने यह बात कही।
पड़ोसियों संग रिश्तों में भाग्यशाली नहीं रहा भारत
रक्षा मंत्री ने कहा, भारत अपने पड़ोसी मुल्कों के साथ रिश्तों के मामले में भाग्यशाली नहीं रहा है, लेकिन हमने इसे नियति नहीं माना है। उन्होंने कहा, अपनी नियति हमने खुद तय की है और इस साल अप्रैल में पाकिस्तानी आतंकियों के पहलगाम में बर्बर हमले के जवाब में चलाया गया आपरेशन सिंदूर (operation sindoor) है इसका ताजा उदाहरण है।
पहलगाम की बर्बरता को हम भूले नहीं
राजनाथ ने कहा, आतंकियों द्वारा पहलगाम में 22 अप्रैल को निहत्थे लोगों के साथ की गई बर्बरता को हम न भूले हैं और न कभी भूल सकते। जब भी हम इस वादात को याद करते हैं, आंखों में आंसू आ जाते हैं और मन में गुस्सा। आतंकियों ने वहां जो किया है उसने हम सभी को झकझोर कर दख है। हालांकि इसके बावजूद हमारे मनोबल टूटा नहीं है।
ऐसा सबक सिखाया जिसकी आतंकियों ने कल्पना नहीं की होगी
रक्षा मंत्री ने कहा, हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ने पहलगाम हमले के बाद आतंकियों को ऐसा सबक सिखाने का संकल्प लिया जिसकी दहशतगर्दों ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। उन्होंने कहा, हमने आपरेशन सिंदूर शुरू किया, और इसके तहत जो प्लान किया उसमें कामयाबी हासिल की। हमारे सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के अलावा पाकिस्तान के अंदर आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर दुश्मनों को दिखाया कि हमारा सैन्य क्षमता कितना ताकतवर व मजबूत है।
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