- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिए जांच के आदेश
Jaisalmer AC Bus Fire Update News, (आज समाज), जयपुर: राजस्थान में जैसलमेर के थईयात गांव में मंगलवार को हुए भीषण बस अग्निकांड में मृतक संख्या 21 पहुंच गई है। बुधवार को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती 10 वर्षीय यूनुस की मौत हो गई, जिसके बाद मृतक संख्या 21 पहुंच गई। इससे पहले आज सुबह तक हादसे में 20 लोगों की मौत की जानकारी थी। घायलों में चार की हालत गंभीर हैं और उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है
मुख्य कारण बस का जाम हुआ दरवाजा : पुलिस
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इतनी बड़ी संख्या में मौत का मुख्य कारण बस का जाम हुआ दरवाजा था। इसमें इमरजेंसी एग्जिट नहीं था। खिड़की तोड़ने के लिए हथौड़े भी नहीं थे। आग लगते ही आटोमैटिक डोर-लॉक सिस्टम एक्टिव हो गया और इससे बस में एक ही दरवाजा होने के चलते भागने के सभी रास्ते बंद हो गए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhjanlal Sharma ) आज मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। वह अस्पताल में घायलों से भी मिले। मृतकों को आश्रितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दिए है।
हादसे के चश्मदीद एडवोकेट जितेंद्र…
हादसे के चश्मदीद एडवोकेट जितेंद्र ने बताया कि जब बस में आग लगी, उस समय वह थईयात गांव से जैसलमेर की तरफ आ रहे थे। गांव से कुछ दूर निकले ही थे, उन्हें आसमान में धुएं का गुबार दिखाई दिया। जब वे नजदीक पहुंचे, तो बस पूरी तरह आग के गोले में तब्दील हो चुकी थी। इसमें बुजुर्ग, बच्चे व महिलाएं मदद के लिए चिल्ला रहे थे। उनके पूरे शरीर शरीर की चमड़ी जल चुकी थी। हाथ, पैर और घुटनों से खून बह रहा था। कुछ महिलाओं के तो पूरे कपड़े जल चुके थे।
पीड़ित जोर-जोर से बचाओ-बचाओ चिल्ला रहे थे
एडवोकेट जितेंद्र ने बताया कि पीड़ित जोर-जोर से बचाओ-बचाओ चिल्ला रहे थे। कुछ महिलाओं के कपड़े पूरी तरह जल गए थे। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने अपने गमछे व शर्ट से आग बुझाने का प्रयास किया। एडवोकेट जितेंद्र आग इतनी भीषण थी कि बस के पास कोई जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। लोग डर रहे थे कहीं बस में विस्फोट न हो जाए। वकील ने कहा कि घटनास्थल के पास आर्मी एरिया था और सूचना पर सेनाकर्मी भी मौके पर पहुंचे और पानी से आग बुझानी शुरू की। दमकल की गाड़ियां बाद में मौके पर पहुंचीं।
एसी कंप्रेसर में तेज धमाके के कारण शुरू हुई आग
पुलिस सूत्रों के अनुसार एसी कंप्रेसर में तेज धमाके के कारण आग शुरू हुई। इसके बाद एसी गैस व फाइबर से बने इंटीरियर और डीजल ने आग पकड़ ली और इसने भीषण रूप ले लिया। बताया जा रहा है कि हादसे के समय बस में 57 लोग सवार थे। वहीं जैसलमेर के एक अधिकारी ने कहा कि बस में 37 लोग सवार थे। इनमें 21 मारे गए और 15 जख्मी हैं। जैसलमेर एसपी अभिषेक शिवहरे के अनुसार 19 शव बुरी तरह जल चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस शवों को डीएनए सैंपलिंग और पहचान के लिए जोधपुर भेजा गया है। पुलिस ने बस मालिक, चालक शौकत व कंडक्टर इलियास के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया गया है। वे मौके से गायब थे।