Personal Loans Prepayment Penalty Rules ,आज समाज : इस डिजिटल ज़माने में, जब भी लोगों को पैसों की ज़रूरत होती है, वे पर्सनल लोन ले लेते हैं। पर्सनल लोन की सुविधा काफी आसान लगती है। हालांकि, नियमों के मुताबिक, पर्सनल लोन में प्रीपेमेंट पेनल्टी सबसे ज़रूरी नियम है। यह पेनल्टी तब लगती है जब आप लोन का समय खत्म होने से पहले चुका देते हैं। आमतौर पर, यह फीस बकाया रकम का 1% से 5% तक होती है।
बाज़ार फिनसर्व जैसी कई NBFC लगभग 4.72% प्रीपेमेंट चार्ज लेती हैं। अलग-अलग बैंक अपने नियम और शर्तें खुद तय करते हैं। इसलिए, लोन लेने से पहले कुछ नियमों को समझना ज़रूरी है।
प्रीपेमेंट और फोरक्लोज़र चार्ज खत्म करने का प्रस्ताव
RBI ने हाल ही में फ्लोटिंग-रेट पर्सनल लोन पर प्रीपेमेंट और फोरक्लोज़र चार्ज खत्म करने का प्रस्ताव दिया है। अगर ये नियम लागू हो जाते हैं, तो MSME सेक्टर के लाखों लोगों को राहत मिल सकती है। RBI ने इस प्रस्ताव पर स्टेकहोल्डर्स से सुझाव मांगे थे। इस कदम का सीधा सा मकसद लोगों को बढ़ावा देना और उनका बोझ कम करना है। लोन लेने वालों को फ़ायदा होगा
बहुत से लोग प्रीपेमेंट चार्ज की वजह से अपना लोन जल्दी चुकाने में हिचकिचाते हैं, लेकिन ऐसा करने से ब्याज़ में काफ़ी बचत हो सकती है। भविष्य में यह चार्ज खत्म किया जा सकता है। फ्लोटिंग-रेट लोन वाले कस्टमर बिना किसी एक्स्ट्रा खर्च के अपना लोन चुका पाएंगे। इसके लिए लोन एग्रीमेंट के फाइन प्रिंट को ध्यान से पढ़ना और लागू फीस को समझना ज़रूरी है।
सही ऑप्शन चुनकर प्रीपेमेंट चार्ज से बचें
IDFC फर्स्ट बैंक जैसे कई बैंक पर्सनल लोन पर कोई प्रीपेमेंट पेनल्टी नहीं लेते हैं। लोन लेने वाले यह ऑप्शन चुनकर इस खर्च से बच सकते हैं। लोन लेने से पहले, अपनी फाइनेंशियल स्थिति का अंदाज़ा ज़रूर लगा लें और ब्याज़ चार्ज को समझ लें। लोन लेना आसान है, लेकिन इसे चुकाना काफ़ी मुश्किल हो सकता है।
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