राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की तबीयत खराब होनेपर उन्हेंरांची के रिम्स से दिल्ली एम्स शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है। जिसकी सारी तैयारियां कर ली गई हैं।…
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की तबीयत खराब होनेपर उन्हेंरांची के रिम्स से दिल्ली एम्स शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है। जिसकी सारी तैयारियां कर ली गई हैं।…
पाकिस्तान में मंदिरों पर हमलेऔर मंदिरों को तोड़ने के मसले को भारत ने संयुक्त राष्ट्रमेंउठाया और शांति की संस्कृति विषय पर पाकिस्तान पर निशाना साधा। भारत ने पाकिस्तान में होे रहे अल्पसंख्यकों पर अत्याचा…
अरे विक्रम कई दिन से कहां गायब था। क्या बताऊं बैताल। होली के बाद मुझे बिहार के ह्यराजाह्ण ने अपने पास बुला लिया था। कौन राजा…
तेजप्रताव यादव ने सारण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की भी बात कही है। गौरतलब है कि तेज प्रताप यादव आरजेडी की ओर से सारण लोकसभा स…
अंबाला। यादों के झरोखों सीरिज में हम पिछले कुछ दिनों से 1967 के लोकसभा चुनाव की चर्चा कर रहे हैं। यह चुनाव कई मायनों में महत…
अंबाला। देश में तीसरे लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार का तो गठन हो गया, लेकिन गठन होने के चंद महीने बाद ही जिस तरह चीन…
उत्तर बिहार के पूर्णिया लोकसभा सीट पर नामांकन भरने पहुंचे पटना। एक निर्दलीय उम्मीदवार राजीव सिंह को हवालात की हवा खानी पड़ी। …
कर्नाटक। वैसे तो एक ही नाम के कई लोग होते हैं। पर यह एक ही नाम के लोग जब किसी चुनाव में खड़े हो जाते हैं तो सबसे अधिक परेशान …
अरे विक्रम आज तूं ये गरीब जैसा क्यों नजर आ रहा है। तूं जो राजा है, फिर ये गरीबों वाला स्वांग क्यों रच रहा है। क्या हो गया है…
अंबाला। भरतीय लोकतंत्र में चुनाव एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका संचालन पूरी तरह पारदर्शी होता है। सबसे अधिक चर्चा वोटिंग के दौरान…
गाल पर हाथ रखकर क्या सोच रहा है बैताल? अब क्या बताऊं विक्रम, बड़ा कंफ्यूज हूं। क्यों क्या हो गया, चुनाव का मौसम है तो कंफ्यूज…
अंबाला। हर बार चुनावी शोर में आपको जमानत राशि शब्द जरूर सुनाई देता है। पर क्या आपको पता है कि आखिर यह जमानत राशि होती क्या ह…
अंबाला। भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती इसी में है कि यहां हर उम्र के लोग लोकतंत्र के महापर्व में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। मताधि…
अंबाला। गोवा के मुख्यमंत्री रहे मनोहर पर्रिकर किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उनकी मृत्यु के बाद उनका लिखा एक पत्र सोशल मीडिय…
अंबाला। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में तीसरे लोकसभा का कार्यकाल 1962 से 1967 तक रहा। यह एक ऐसा कार्यकाल था कि देश ने इन पांच …
अरे बैताल आज तूं लठ्ठ लेकर क्यों तैयार है? देख न विक्रम । इन नेताओं ने हम बैतालों का मरने के बाद भी जीना दुश्वार कर रखा है। …
अंबाला। लोकसभा का दूसरा (1957) आम चुनाव एक लिहाज से खास महत्वपूर्ण रहा। इस चुनाव में पहली बार ऐसे चार बड़े नेता चुनाव लड़े और …
अंबाला। क्या आपको पता है चुनाव आयोग ने अब आॅनलाइन वोटिंग को भी मान्यता दे दी है। जी हां इस बार की 17 वीं लोकसभा चुनाव में चु…
ओ बैताल तूं क्यों परेशान है रे? अब क्या बताऊं विक्रम, परेशान होना तो लाजिमी ही है। क्यों क्या हुआ? अरे मैं समझता था रात के अ…
अंबाला। भारतीय राजनीति के इतिहास में दूसरा लोकसभा चुनाव कई मायनों में महत्वपूर्ण था। इस चुनाव तक जहां एक तरफ कांग्रेस एक बड़ी…
दिल्ली में लोकसभा चुनाव 2019 के लिए आप और कांग्रेस में गठबंधन को लेकर स्थिति अभी तक साफ नहीं है, कांग्रेस आलाकमान अभी गठबंधन…
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद राजनीति की पिच पर उतरने की चचार्ओं के बीच गौतम गंभीर का जवाब आया है। उन्होंने चुनाव लड़ने की ब…
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