Nepal Violence Live Update, (आज समाज), काठमांडू: नेपाल में बढ़ते हिंसक प्रदर्शनों के बाद आज प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के बाद राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने भी इस्तीफा दे दिया है। राजधानी काठमांडू सहित कई इलाकों में सरकार के 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को बैन किए जाने के खिलाफ प्रदर्शनकारी सोमवार को सड़कों पर उतरे और जमकर उत्पात मचाया था। झड़पों में 19 प्रदर्शनकारी मारे गए जिससे मामला और बिगड़ गया। इसके बाद देर रात को ओली कैबिनेट ने बैठक कर फैसला वापस ले लिया, लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शनकारी शांति नहीं हुए।
घर में आग लगाने के बाद गंभीर रूप से घायल हुईं राज्यलक्ष्मी
प्रदर्शनकारियों ने नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री झालानाथ खनल की पत्नी पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार को जिन्दा जला दिया है। काठमांडू के दल्लू स्थित उनके घर में कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाई गई आग में गंभीर रूप से घायल होने के बाद राज्यलक्ष्मी का निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उन्हें कीर्तिपुर बर्न अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
एक समूह ने घर को घेर लिया और फिर आग लगा दी
शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने उनके घर को घेर लिया और आग लगा दी, जिससे सुश्री चित्रकार अंदर फंस गईं। अधिकारियों ने अभी तक कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन यह घटना नेपाल में हाल के दिनों में हुए सबसे तीव्र विद्रोहों में से एक कहे जाने वाले विद्रोह में एक गंभीर वृद्धि का संकेत देती है।
पूर्व पीएम देउबा और उनकी पत्नी पर उनके आवास पर हमला
एक और चौंकाने वाली घटना में, प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी आरज़ू राणा देउबा पर उनके आवास पर हमला किया। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में देउबा को अत्यधिक रक्तस्राव होता हुआ दिखाया गया है, जबकि उनकी पत्नी भी घायल दिखाई दे रही हैं। उनका घर उन कई राजनीतिक आवासों में शामिल था जिन्हें अशांति के बीच आग लगा दी गई थी।
प्रधानमंत्री ओली के घर में भी आग लगाई
प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री ओली के भक्तपुर स्थित निजी घर में भी आग लगा दी थी, जिसका एक वायरल फुटेज सामने आया है। फुटेज में प्रदर्शनकारी घर में आग लगने के बाद जश्न मनाते हुए नाचते हुए दिखाई दे रहे हैं। विवादास्पद सोशल मीडिया पर प्रतिबंध पर जवाबदेही की मांग के बाद पीएम ओली ने कहा, मैं तुरंत पद छोड़ रहा हूं। कई आवासों और सरकारी इमारतों में आग लगा दी गई। राष्ट्रपति पौडेल, पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’, ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का और पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक सहित अन्य प्रमुख हस्तियों के घरों को भी निशाना बनाया गया।
संसद भवन में घुसकर आग लगा दी
प्रदर्शनकारियों ने नेपाल के संसद भवन में घुसकर आग लगा दी। पुलिस थानों और पार्टी कार्यालयों जैसे कई अन्य प्रमुख ढांचों को भी आग लगा दी गई। ललितपुर में संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के आवास को जला दिया गया, जबकि भैसपति में उप-प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल के घर पर पथराव किया गया। प्रदर्शनकारियों ने नेपाल राष्ट्र बैंक के गवर्नर बिस्वो पौडेल के घर पर भी हमला किया।
19 युवा प्रदर्शनकारियों के मारे जाने के बाद बिगड़ी स्थिति
सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कम से कम 19 युवा प्रदर्शनकारियों के मारे जाने के बाद स्थिति और बिगड़ गई। पुलिस ने काठमांडू में भीड़ पर गोलियां चलाईं, जिससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया। अगले दिन, पूरे देश में अशांति फैल गई और प्रदर्शनकारियों ने सरकारी ठिकानों पर हमले तेज़ कर दिए। नियंत्रण पाने के लिए, अधिकारियों ने काठमांडू घाटी और अन्य जिलों में कर्फ्यू लगा दिया। उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों से मंत्रियों को निकालने के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया गया तथा सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर राजधानी स्थित त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया।
सरकार ने वापस ले लिया था ऐप्स पर बैन का फैसला
उग्र प्रदर्शन के मद्देनजर बीती देर रात प्रधानमंत्री ओली के आधिकारिक आवास पर बीती कैबिनेट की बैठक बुलाई गई और सोशल मीडिय ऐप्स पर बैन का फैसला वापस लेने का निर्णय लिया। इसके बाद इस फैसले से मीडिया को अवगत करवा दिया गया, फिर भी प्रदर्शन बंद नहीं हुए। आज कई जगह प्रदर्शनकारियों ने आगजनी व पथराव किया, जिसके परिणामस्वरूप व्यापक तबाही हुई, शीर्ष राजनीतिक हस्तियों को इस्तीफ़ा देना पड़ा। प्रदर्शनों का नेतृत्व मुख्यतः जेनरेशन ज़ेड (generation z) के प्रदर्शनकारियों ने किया। जो देश में भ्रष्टाचार और राजनीतिक विशेषाधिकार के ख़िलाफ़ एक व्यापक आंदोलन में बदल गया।
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