- जांच के लिए समिति गठित, 15 दिन में देनी होगी रिपोर्ट
Nepal ‘Gen Z’ Protests Over Social Media Ban, (आज समाज), काठमांडू: पड़ोसी मुल्क नेपाल की सरकार ने पिछले सप्ताह फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे ऐसे कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स को बैन कर दिया था जिनका पंजीकरण नहीं हुआ था। इसके विरोध में बीते कल सोमवार को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए और स्थिति पर काबू पाने के लिए स्थानीय प्रशासन को बल प्रयोग करना पड़ा है। इस दौरान झड़पों में करीब 20 लोगों की मौत हो गई। सरकार ने ऐप्स तक पहुंच को इसलिए अवरुद्ध किया था, क्योंकि कंपनियां दुरुपयोग पर नकेल कसने के उद्देश्य से नए नियमों के तहत पंजीकरण की समय सीमा चूक गई थीं।
पृथ्वी सुब्बा गुरुंग ने किया बैन हटाने का ऐलान
हालांकि सरकार ने उग्र प्रदर्शन को देखते हुए सोशल मीडिया ऐप्स से बैन हटा लिया है जिसके बाद शांति का माहौल है। सरकार ने गत सप्ताह फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, यूट्यूब और व्हाट्सएप सहित 26 अपंजीकृत ऐप्स को प्रतिबंधित कर दिया था। भारी बवाल के बाद देर रात प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया गया। नेपाल के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग (Prithvi Subba Gurung) ने इस निर्णय की घोषणा की और कहा कि सरकार ने जनरेशन जेड (Gen Z ) से विरोध प्रदर्शन वापस लेने की अपील की है।
पुलिस के साथ झड़पों 19 लोगों की मौत
सूत्रों के अनुसार सोशल मीडिया ऐप्स पर प्रतिबंध के विरोध में जेन-जेड के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए थे, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस के साथ झड़पें हुईं और 19 लोग मारे गए थे। बिगड़ती स्थिति के बाद सुब्बा गुरुंग ने बताया कि देर रात एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक बुलाई गई जिसमें सोशल मीडिया साइटों पर प्रतिबंध लगाने के अपने पहले के फैसले को वापस लेने का निर्णय लिया गया।
प्लेटफॉर्म बंद करने के फैसले पर पछतावा नहीं : सुब्बा गुरुंग
सुब्बा गुरुंग ने फैसले को वापस लेने का ऐलान करते हुए यह भी कहा कि सरकार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बंद करने के अपने पहले के फैसले पर कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने कहा, चूँकि इस मुद्दे को बहाने के तौर पर इस्तेमाल करके विरोध प्रदर्शन किए जा रहे थे, इसलिए सोशल मीडिया साइटों को फिर से खोलने का फैसला लिया गया है। उन्होंने ‘जेन-जेड’ समूह से अपना विरोध वापस लेने का भी अनुरोध किया। कैबिनेट ने हिंसा की जांच के लिए एक समिति का भी गठन किया। उसे रिपोर्ट तैयार करने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है।
एक्स ने राष्ट्रीय संप्रभुता का अनादर किया : पीएम ओली
कैबिनेट ब्रीफिंग के दौरान, प्रधानमंत्री (Prime Minister) केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) ने कहा था कि प्रतिबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में से एक, एक्स, ने नेपाल की राष्ट्रीय संप्रभुता का अनादर करते हुए प्रतिक्रिया दी थी। एक मंत्री के अनुसार, एक्स ने कहा था कि वह नेपाल में बिल्कुल भी पंजीकरण नहीं कराएगा। प्रधानमंत्री ओली ने कहा था, हम डेढ़ साल से यह कह रहे थे। हमने उन्हें सूचीबद्ध होने के लिए कहा था। हमने उन्हें नेपाल के कानूनों का पालन करने के लिए कहा था। यह हमारी राष्ट्रीय संप्रभुता के सम्मान का मामला है।
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