- जिला की सीमा में प्रवेश करते ही साध, संगत ने पुष्प वर्षा कर किया अभिनंदन
Jind News ,आज समाज , जींद। श्री गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस की स्मृति में जिला सिरसा के रोड़ी कस्बा से आरंभ हुई हिंद की चादर नगर कीर्तन यात्रा वीरवार देर सायं जब जिला जींद की सीमा में पहुंची तो श्रद्धा और उत्साह का असाधारण संगम देखने को मिला। इस यात्रा ने जिला फतेहाबाद के टोहाना से होते हुए जैसे ही कालवन गांव में प्रवेश किया तो साध संगत ने पुष्प वर्षा, ढोल नगाड़ों की गूंज के साथ अभिनंदन किया।इस मौके पर स्वागत द्वारों की भी भव्य सजावट की हुई थी।
पूरा वातावरण वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह के जयकारों से गुंजायमान रहा। धमतान साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों तथा हजारों श्रद्धालुओं ने यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया। नगर कीर्तन यात्रा देर शाम कालवन से धमतान साहिब गुरुद्वारा पहुंची। जहां रात्रि विश्राम हुआ। धमतान साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने नगर कीर्तन यात्रा का भावपूर्ण तथा सद्भाव के साथ स्वागत किया।
शहादत पूरे विश्व के लिए प्रेरणा का दीपक
गुरुद्वारा प्रबंधक सरदार हजूर सिंह, सचिव सरदार हरविंदर सिंह, सदस्य जुगबीर सिंह सहित अन्य पदाधिकारियों ने अपने स्वागत संदेश में कहा कि यह यात्रा गुरु तेग बहादुर के तप, त्याग और सर्वोच्च बलिदान की अमर गाथा को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम है। उन्होंने बताया कि गुरु साहिब ने धर्म एवं मानवता की रक्षा हेतु अपने प्राण न्योछावर किए। उनकी शहादत पूरे विश्व के लिए प्रेरणा का दीपक है। उन्होंने भाई मति दास, भाई सती दास और भाई दयाला के बलिदान को भी इस यात्रा का अभिन्न हिस्सा बताया।
उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक यात्रा 24 नवंबर को कुरुक्षेत्र पहुंचेगी। जहां 25 नवंबर को राज्य स्तरीय भव्य समापन समारोह होगा। यात्रा के दौरान युवाओं को गुरुओं के आदर्शों, त्याग और राष्ट्रधर्म के प्रति समर्पण की प्रेरणा देने का संदेश पूरे क्षेत्र में गूंजता रहा। रात्रि ठहराव के बाद शुक्रवार सुबह नगर कीर्तन यात्रा धमतान साहिब गुरुद्वारे से अगले पड़ाव के लिए रवाना हो गई।
पंच प्यारों को सिरोपा भेंट कर गुरुवाणी के साथ दी रवानगी
गुरुद्वारा प्रबंधन समिति पदाधिकारियों ने पंच प्यारों को सिरोपा भेंट कर गुरुवाणी के साथ रवानगी दी। मौके पर मौजूद हजारों श्रद्धालुओं द्वारा सत श्री अकाल, बोले सो निहाल के गुरु मंत्र के साथ श्री गुरु की पालकी आगे प्रस्थान कर गई। नगर कीर्तन यात्रा ने तत्पश्चात रसीदां, ढाबी टेक सिंह, पीपलथा, गढ़ी तथा दातासिंह वाला के रास्ते होते हुए कैथल जिला के धनौरी गांव के लिए प्रस्थान किया। प्रत्येक गांव में गुर पालकी तथा नगर कीर्तन यात्रा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम नजर आया।
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