Monkey terror in Sitapur : सीतापुर के सूरजपुर गांव में गुरुवार सुबह दो महीने के मासूम की मौत ने पूरे परिवार और इलाके में शोक और सनसनी फैला दी। परिजनों के अनुसार, बच्चे को मां ने बरामदे में चारपाई पर सुलाया था और नहाने चली गई थी। उसी दौरान कथित तौर पर बंदरों के झुंड ने बच्चे को उठा लिया और छत पर रखे पानी के ड्रम में डुबोकर मार दिया।
बिना पुलिस की सूचना से परिवार ने शव किया दफन
मासूम के पिता अनुज कुमार ने बताया कि पत्नी नहा कर लौटी तो बच्चे को चारपाई पर नहीं देखा। दोनों ने मिलकर पूरे घर में तलाश की, लेकिन बच्चा नहीं मिला। जब वे छत पर पहुंचे, तो पानी भरे ड्रम में उनका बेटा मृत पाया गया। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचित किए बिना ही शव को दफन कर दिया।
बच्चे के पिता और दादा ने किया खुलासा
अनुज कुमार ने बताया कि उनका बच्चा जन्म से ही ‘इनकंपलीट स्किन लॉस’ नामक बीमारी से ग्रस्त था और उसका इलाज लखनऊ ट्रामा सेंटर में चल रहा था। वहीं बच्चे के दादा रामदेव यादव ने कहा कि इलाके में बंदरों का आतंक काफी बढ़ गया है। उनका कहना है कि बंदरों ने मासूम को उठाकर पानी में डाल दिया और डूबने से उसकी मौत हुई।
परिवार की शिकायत और बंदरों का आतंक
बच्चे के चाचा दुर्गेश यादव ने बताया कि बंदरों का आतंक उनके इलाके में लगातार बढ़ रहा है। बंदर दुकानों की सब्जी खाते हैं, लोगों पर हमला करते हैं और बच्चों को उठाकर ले जाते हैं। उन्होंने प्रशासन से बंदरों को हटाने की मांग की है ताकि और हादसे न हों।
पुलिस की जांच और जानकारी
मछरेहटा थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि मृतक के पिता इलेक्ट्रिक दुकान चलाते हैं। उन्होंने कहा कि परिजनों की तरफ से अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। पुलिस ने मौके पर जाकर पड़ताल शुरू कर दी है और जांच जारी है।
गांव में फैली सनसनी, की गई सुरक्षा की मांग
गांववासियों में मासूम की मौत को लेकर भारी आक्रोश है। लोग प्रशासन से सुरक्षा उपायों और बंदरों को हटाने की मांग कर रहे हैं। इलाके में बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कदम उठाने की आवश्यकता जताई जा रही है।