मां की दिव्य शक्तियों से जोड़ते हैं रंग
Navratri 9 Colours, (आज समाज), नई दिल्ली: शारदीय नवरात्र की शुरुआत आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि से हो चुकी है। आज नवरात्र का चौथा दिन है। नवरात्र के 9 दिनों में माता दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा करने का विधान है। प्रत्येक दिन माता के अलग स्वरुप को समर्पित है और उनसे जुड़ा एक विशेष रंग माना जाता है। यह रंग हमें मां की दिव्य शक्तियों से जोड़ते हैं कभी साहस देते हैं, कभी शांति का अनुभव कराते हैं, तो कभी प्रेम और करुणा से हृदय को भर देते हैं। तो आइए जानते हैं हर नवरात्रि के अनुसार रंगों के बारे में।

नवरात्र के नौ रंगों का मां दुर्गा से संबंध

  • पीला: पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है। वे प्रकृति और पवित्रता का प्रतीक मानी जाती हैं। पीला रंग धूप की तरह उजाला और गर्माहट देता है, जो जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता भरता है। यह रंग मां की जीवनशक्ति और नवीनीकरण के गुणों को दशार्ता है, इसलिए नवरात्रि की शुरूआत इसी शुभ रंग से होती है।
  • सफेद: दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की आराधना होती है। वे तपस्या और ज्ञान की देवी हैं। सफेद रंग शांति, निर्मलता और पवित्रता का प्रतीक है। इस दिन सफेद वस्त्र पहनने से मन को स्थिरता और बुद्धि को गहराई मिलती है, जिससे साधना का फल मिलता है।
  • हल्का नीला: तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है, जो साहस और सौंदर्य का अद्भुत संगम हैं। आसमानी नीला रंग शांति और वीरता दोनों का प्रतीक है। यह रंग मां की उस कृपा को दशार्ता है, जिससे वे बाघ पर सवार होकर अपने भक्तों की रक्षा करती हैं और दुष्ट शक्तियों का संहार करती हैं।
  • नारंगी: चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा होती है, जिन्हें सृष्टि की जननी कहा जाता है। नारंगी रंग उत्साह, रचनात्मकता और आनंद का प्रतीक है। यह रंग माँ की उस दिव्य ऊर्जा को प्रकट करता है, जिससे ब्रह्मांड की रचना हुई। इस दिन नारंगी वस्त्र पहनने से जीवन में प्रेरणा और समृद्धि आती है।
  • हरा: पांचवें दिन मां स्कंदमाता की आराधना होती है, जो भगवान कार्तिकेय की माता हैं। हरा रंग प्रकृति, सामंजस्य और विकास का प्रतीक है। यह रंग मां की करुणा और पोषण देने वाली शक्ति को दशार्ता है। हरा वस्त्र पहनने से जीवन में शांति और संतुलन आता है।
  • लाल: छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा होती है। वे साहस, शक्ति और सुरक्षा की देवी हैं। लाल रंग जोश, प्रेम और पराक्रम का प्रतीक है। यह रंग मां के निडर और वीर स्वरूप से मेल खाता है। इस दिन लाल वस्त्र पहनने से आत्मबल और आत्मविश्वास की शक्ति मिलती है।
  • गहरा नीला: सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा होती है। वे अंधकार और अज्ञान का नाश करती हैं। नीला रंग गहराई, रहस्य और परिवर्तन का प्रतीक है। यह रंग मां की उस दिव्य शक्ति को दशार्ता है, जो भक्तों को बुराइयों से बचाकर मुक्ति का मार्ग दिखाती है।
  • गुलाबी: आठवें दिन मां महागौरी की आराधना होती है। वे सौंदर्य, करुणा और पवित्रता की देवी हैं। गुलाबी रंग कोमलता और प्रेम का प्रतीक है। यह रंग मां की निर्मलता और दया का संदेश देता है। इस दिन गुलाबी वस्त्र पहनने से घर में प्रेम और सुख-शांति का वातावरण बनता है।
  • बैंगनी: नवमी का दिन मां सिद्धिदात्री को समर्पित है, जो सभी सिद्धियां और अलौकिक शक्तियां प्रदान करती हैं। बैंगनी रंग आध्यात्मिकता, ज्ञान और पूर्णता का प्रतीक है। यह रंग मां की उस दिव्यता को दशार्ता है, जो साधक को मोक्ष और आत्मिक जागृति की ओर ले जाती है।

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