Farmers Bill protests: Haryana-Punjab Police contends with Haryana Police over Punjab border, police stopped using water canon: किसान बिल विरोध: हरियाणा- पंजाब बार्डर पर पंजाब यूथ कांगे्रस की हरियाणा पुलिस से तकरार, वाटर कैनन का इस्तेमाल कर पुलिस ने रोका

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अंबाला सिटी।  केंद्र सरकार  द्वारा लागू किए गए तीन विधेयकों (कृषि बिल) के खिलाफ भाजपा सरकार को किसानों व कांग्रेस का  जोरदार विरोध का सामना करना पड़ा।  इसी के चलते रविवार को पंजाब-हरियाणा सद्दोपुर  बार्डर भी सील हो गया । यूथ कांग्रेस पंजाब के कार्यकर्ता अंबाला के रास्ते हरियाणा में एंट्री कर दिल्ली की तरफ जाना चाहते थे और किसानों के विरोध में शमिल होना चाहते थे। मगर हरियाणा पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग व डिवाइटर पत्थर रख सद्दोपुर बार्डर को सील कर कर सभी कार्यकतार्ओं को अंबाला हरियाणा में एंट्री से पहले ही रोक दिया गया। जिसके बाद गुस्साए कार्यकतार्ओं की कई बार हरियाणा पुलिस के साथ नोक-झोंक भी हुई और मामला बढ़ते देख पुलिस ने वॉटर केनन का इस्तेमाल भी किया।
पुलिस के बैरिकेडिंग  ने रोका रास्ता, मुस्तैद रही पुलिस
पंजाब युथ कांगे्रस की सैंकड़ों कार्यकर्त्ता यूथ कांग्रेस के झंड़े के नीचे ट्रेक्टरों व गाडियों पर सवार होकर अंबाला के रास्ते हरियाणा में एंट्री होना चाहते थे। लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें सद्दोपुर बार्डर पर रोक दिया। इसके लिए अंबाला पुलिस ने पहले ही इंतजाम किए हुए थे। सुबह से ही अंबाला के एसपी अभिषेक जोरवाल समेत तमाम पुलिस अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे। अंबाला पुलिस ने सुबह ही हाईवे पर बैरिकेडिंग  व डिवाइडर पत्थर लगाकर सड़क को बंद कर दिया था। जिसके बाद यूथ कांग्रेस को अपने वाहन रोकने पड़े और विरोध में प्रर्दशन भी करना पड़ा।
पानी की बौछार कर पुलिस ने कार्यकतार्ओं को रोका
पुलिस द्वारा कई गई बैरिकेडिंग को यूथ कांग्रेस के कार्यकतार्ओं ने विरोध प्रर्दशन के दौरान उखाड़ दिया। जब कार्यकर्त्ता  उग्र होते दिखे  तो  हरियाणा पुलिस ने कार्यकतार्ओं पर वाटर कैनन यानि पानी की तेज बौछारों की बारिश कर उन्हें रोका। जिसके बाद कार्यकतार्ओं ने मोदी सरकार व मनोहर सरकार के विरोध में नारे भी लगाए।
कार्यकतार्ओं के साथ हुई धक्का-मुक्की
कांग्रेस के बढ़ते विरोध प्रर्दशन के को देखते हुए यूथ कांग्रेस पंजाब के शीर्ष पदाधिकारियों की पुलिस ने हिरासत में लिया। मगर  अन्य कार्यकर्ता पुलिस को ऐसा करने से रोकने लगा। जिसके बाद पुलिस की उन्के साथ धक्का मुक्की भी हुई।
तीन अध्यादेशों खिलाफ प्रदर्शन करते हुए आज अंबाला  किसानो ने अंबाला नारायणगढ़ हाईवे को जाम कर दिया व धरने पर बैठ गए। इस दौरान किसानो ने सरकार के प्रति जमकर नाराजगी दिखाई और कहा कि वे तीन अध्यादेश को वापिस करवाकर मानेंगे या सरकार रूस्क्क पर कानून बनाये। किसानो के धरने को विपक्षी पार्टियों ने भी खूब समर्थन दिया।
मंडौर में किसानों ने 3 घंटे लगाया जाम
उधर, हरियाणा में किसानो ने आज अपने दिए कॉल के अनुसार 3 घंटे तक हाईवे बंद रखने के चलते अंबाला में किसानों ने अंबाला-नारायणगढ़ मंडोर हाईवे को बंद कर दिया व सडक के दोनों और ट्रैक्टर ट्राली लगा किसान धरने पर बैठ गए। इस धरने में युवा भी काफी संख्या में पहुंचे और हाथों में बैनर ले सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर की।  किसान नेताओं का कहना है कि सरकार उनकी सिर्फ एक मांग मान ले वे अपना आंदोलन समाप्त कर देंगे। किसान नेताओ ने मांग रखी है कि सरकार पर गारंटी लेते हुए कानून बनाए। इस दौरान अंबाला में मुलाना विधानसभा से कांग्रेसी विधायक वरुण चौधरी और हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट की नेत्री चित्रा सरवारा, इनेलो से जिलाध्यक्ष शीशपाल सिंह जंधेड़ी समर्थन देने पहुंचे।
भाकियू द्वारा रविवार प्रदर्शन एवं रोड जाम करने का ऐलान किया गया था, जिसके दृष्टिगत पुलिस प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबन्ध किये गये थे। जिन-जिन क्षेत्रों में प्रदर्शन होने की संभावना थी, उन क्षेत्रों में पहले से ही डयूटी मैजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात किया गया था। हर स्थिति पर नजर रखने के लिये सम्बन्धित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिये गये थे। गौरतलब है कि पंजाब की ओर से आए प्रदर्शनकारियों को पुलिस द्वारा सद्दोपुर बॉर्डर पर ही नाका लगाकर रोक दिया गया था ताकि वे हरियाणा में प्रवेश कर शांति व्यवस्था भंग न हो। जिले में कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। अशोक कुमार शर्मा, उपायुक्त अंबाला

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