योगनिद्रा से जागते हैं भगवान विष्णु
Kartik Month, (आज समाज), नई दिल्ली: करवा चौथ, दिवाली, छठ जैसे महापर्व वाला महीना कार्तिक मास कल से शुरू होगा। इसी महीने में भगवान विष्णु 4 महीने की योगनिद्रा से जागते हैं और तुलसी विवाह से शुभ कार्यों की शुरूआत होती है। फिर कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली मनाकर इस महीने का समापन होता है। हिंदू कैलेंडर का 8वां महीना कार्तिक मास इस साल 8 अक्टूबर से शुरू हो रहा है और 5 नवंबर तक चलेगा। 5 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन यह महीना खत्म होगा।
भगवान विष्णु की करें पूजा
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक कार्तिक माह में भगवान श्रीहरि विष्णु और श्रीकृष्ण की विशेष रूप से पूजा की जाती है। साथ ही कार्तिक स्नान किया जाता है। मान्यताओं के मुताबिक कार्तिक मास में श्रीहरि जल में वास करते हैं। इसके अलावा मां लक्ष्मी की भी पूजा करना चाहिए।
कार्तिक महीने में क्या करें
- कार्तिक मास में भगवान शालिग्राम और तुलसी जी का विवाह रचाया जाता है। इस माह में तुलसी जी की पूजा करने का बड़ा महत्व है। लिहाजा रोजाना सुबह और शाम तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं।
- कार्तिक महीने में रोज ब्रह्म मुहूर्त में उठकर पवित्र नदियों के जल से स्नान करें। घर में नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं। इसके बाद श्रीहरि और लक्ष्मी जी की पूजा करें।
- कार्तिक माह में गीता का पाठ करना अत्यंत लाभ देता है।
- दान-पुण्य करें, जितना संभव हो सके जरूरतमंदों की मदद करें।
- इस महीने हरि मंत्र का जितना ज्यादा से ज्यादा संभव हो जाप करें।
कार्तिक मास में क्या न करें?
- कार्तिक मास बेहद पवित्र महीना होता है, इस महीने में दिवाली और छठ महापर्व मनाए जाते हैं। लिहाजा कार्तिक मास में गलती से भी तामसिक चीजों जैसे मांस मदिरा का सेवन ना करें। ये गलती मां लक्ष्मी को नाराज कर सकती है और कंगाली ला सकती है।
- कार्तिक मास में अपने घर में गंदगी बिल्कुल ना रखें। बल्कि दिवाली से पहले अच्छी तरह घर की साफ-सफाई कर लें, कबाड़ हटा दें। मां लक्ष्मी गंदे स्थान पर वास नहीं करती हैं। ऐसे घर में बरकत नहीं रहती है, हमेशा धन की कमी रहती है।
- कार्तिक मास में किसी को अपशब्द ना कहें, ना ही नकारात्मक सोचें। तन के साथ मन की पवित्रता रखना जरूरी है।