- देश के किसी भी कोने में मात्र 20 रुपये में पहुंचाई जा सकेगी किताबें
- ट्रैकिंग की भी सुविधा रहेगी उपलब्ध
(Jind News) जींद। डाक विभाग द्वारा ज्ञान पोस्ट नाम से नई डाक सेवा की शुरूआत की गई है। जिससे विद्यार्थियों को बेहद फायदा होगा। इससे न्यूनतम 20 रुपये में पूरे भारत के किसी भी क्षेत्र में किताबें डाक के माध्यम से भेजी जा सकेंगी। एक मई से जींद समेत हरियाणा में यह सेवा शुरू कर दी गई है। ज्ञान पोस्ट सेवा शुरू करने का उद्देश्य सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक सामग्री जैसे किताबें, पत्रिकाएं या साहित्यिक दस्तावेजों को देश के किसी भी कोने तक रियायती दरों पर पहुंचाना है।
मात्र 20 से 100 रुपये में ये किताबें देश के किसी भी कोने में पहुंचाई जा सकेंगी। इसमें ट्रैकिंग, पोस्टिंग, डिलीवरी सर्टिफिकेट की सुविधा भी रहेगी। अब यह सेवा सभी डाकघरों में शुरू हो गई है। इसके माध्यम से 300 ग्राम से लेकर पांच किलोग्राम तक के पैकेट सतह मार्ग द्वारा कहीं भी भेजे जा सकेंगे।
ज्ञान पोस्ट श्रेणी के तहत कोई भी साधारण वस्तु के रूप में प्रेषित नहीं की जाएगी। यह सेवा पुस्तकों, साहित्य, धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सामग्री को रियायती दरों पर भेजने के उद्देश्य से शुरू की है। डाक विभाग ने इस नई सेवा को देश भर में ज्ञान के सुगम और सुलभ संचार के एक सशक्त माध्यम के रूप में प्रस्तुत किया है। जिससे छात्र, शिक्षक, पुस्तक प्रकाशक और सामाजिक संगठनों को विशेष लाभ मिलेगा।
यह रहेगा डाक शुल्क
ज्ञान पोस्ट सेवा के लिए डाक शुल्क तय कर दिया है। इसमें 300 ग्राम तक की सामग्री के लिए 20 रुपये, 301 से 500 ग्राम के बीच 25 रुपये, 501 ग्राम से एक किलोग्राम के लिए 35 रुपये, एक किलोग्राम से दो किलोग्राम तक 50 रुपये, दो किलोग्राम से तीन किलोग्राम तक 65 रुपये, 3 किलोग्राम से 4 किलोग्राम तक 80 रुपये और 4 किलोग्राम से 5 किलोग्राम ग्राम तक 100 रुपए का शुल्क निर्धारित किया है।
ज्ञान पोस्ट के तहत भेजी जाने वाली पुस्तकों और मुद्रित शैक्षिक सामग्रियों को ट्रैक किया जा सकेगा। इस योजना के तहत केवल गैर वाणिज्यिक, शैक्षिक सामग्री ही पोस्ट की जा सकेंगी। इस सेवा के अंतर्गत व्यावसायिक या वाणिज्यिक प्रकाशन या विज्ञापन (आकस्मिक घोषणाओं या पुस्तक सूचियों के अलावा) वाले प्रकाशन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
जींद डाकघर के मुख्य पोस्टमास्टर संजीव कुमार ने बताया कि यह पहल डिजिटल और शैक्षणिक भारत के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और समाज में ज्ञान के प्रचार व प्रसार को बढ़ावा देगी। संजीव कुमार ने बताया कि ज्ञान पोस्ट के तहत प्रेषित की जाने वाली पुस्तक या पुस्तकों के पैकेट को इंडिया पोस्ट की वेबसाइट में ट्रैक किया जा सकता है।
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