- आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार मौत की हो न्यायिक जांच
Jind News (आज समाज) जींद। अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन, अखिल भारतीय किसान सभा, सीआईटीयू, दलित अधिकार मंच और अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने शनिवार को आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मृत्यु को लेकर राज्यपाल हरियाणा को ई-मेल के माध्यम से ज्ञापन भेजा। संगठन पदाधिकारियों संदीप जाजवान, नूतन प्रकाश ने बताया कि शनिवार को सरकारी अवकाश होने के कारण राज्यपाल कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से ज्ञापन सौंपना संभव नही था। इसलिए ज्ञापन ई-मेल के माध्यम से भेजा गया।
भारतीय संविधान की समानता और न्याय की भावना पर सीधा प्रहार
उन्होंने इस घटना को संस्थागत हत्या करार देते हुए न्यायिक जांच की मांग की और कहा कि यह केवल एक अधिकारी की मृत्यु नही बल्कि भारतीय संविधान की समानता और न्याय की भावना पर सीधा प्रहार है। आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की मौत ने एक बार फिर यह उजागर कर दिया है कि हमारे प्रशासनिक और पुलिस तंत्र में जातिगत भेदभाव और उत्पीडऩ की गहरी जड़ें अब भी कायम हैं। उनके अंतिम नोट और अन्य रिपोर्टों में यह साफ संकेत है कि उन्हें जातिगत पूर्वाग्रहों पर आधारित अपमान और उत्पीडऩ का सामना करना पड़ा।
ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि अधिकारी की मृत्यु की न्यायिक जांच तत्काल करवाई जाए। सुसाइड नोट और आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार की शिकायत के आधार पर नामजद आरोपितों के खिलाफ एससी-एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम सहित अन्य धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई की जाए।
परिवार की सुरक्षा, सम्मान और सहायता सुनिश्चित की जाए
मृतक अधिकारी के परिवार की सुरक्षा, सम्मान और सहायता सुनिश्चित की जाए। पुलिस व प्रशासनिक सेवाओं में जातिगत भेदभाव समाप्त करने हेतु संस्थागत सुधार किए जाएं। उन्होंने कहा कि वाई पूर्ण कुमार के लिए न्याय केवल एक व्यक्ति के लिए नही बल्कि भारत की लोकतांत्रिक अंतरात्मा की परीक्षा है। इस मौके पर राजेश कुमार, पवन कुमार, बिट्टू तथा किसान सभा से वेद प्रकाश और करतार सिंह मौजूद रहे। संगठनों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नही की गई तो इस अन्याय के विरुद्ध राज्यव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा।
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