• मंदिरों में बांटा अन्नकूट का प्रसाद, जगह-जगह लगे भंडारे

Jind News (आज समाज) जींद। जिलाभर में विश्वकर्मा-डे व अन्नकूट का पर्व बुधवार को धूमधाम व श्रद्धा से मनाया गया। मिस्त्रियों ने जहां भगवान विश्वकर्मा को याद किया वहीं मंदिरों में भगवान कृष्ण की विशेष पूजा का आयोजन हुआ। भगवान विश्वकर्मा की पूजा के बाद जगह-जगह भंडारे लगाए गए। कारीगरों ने शनिवार को अपने प्रतिष्ठान और दुकानें बंद रखी तथा औजारों की पूजा की।

इससे पहले जगह-जगह सामुहिक हवन भी आयोजित किए गए। जिसके बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। विश्वकर्मा दिवस के मौके पर मिस्त्रियों द्वारा भगवान विश्वकर्मा को याद करते हुए उनकी पूजा की गई। दुकानदारों ने भगवान विश्वकर्मा के चित्र पर माल्यार्पण किया और उसके बाद यहां विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।

लोगों ने जगह-जगह भंडारे लगाए

विश्वकर्मा दिवस पर बुधवार को शहर में जयंती देवी मंदिर, रानी तालाब, हनुमान मंदिर, सफीदों रोड, नरवाना रोड, काठ मंडी, शहर मार्केट आदि जगहों पर लोगों ने जगह-जगह भंडारे लगाए। भंडारों में काफी लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके अलावा विश्वकर्मा दिवस पर दुकानदारों ने अपने औजारों की साफ-सफाई के बाद उनकी पूजा की। भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का सबसे बड़ा शिल्पकार बताते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया। जिले में तमाम ऑटो मार्केट, मैकेनिक और मिस्त्रियों की दुकानें तथा वर्कशॉप आदि सब बंद रहे। राज मिस्त्रियों ने भी अपने औजारों को साफ कर उनकी पूजा की।

प्राचीन हनुमान मंदिर में लगे भंडारे में हजारों ने चखा प्रसाद

जयति-जयति हिंदू महान संगठन के संयोजक अतुल चौहान ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस साल भी अन्नकूट भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। हनुमान मंदिर की मान्यता दूर दूर तक हैं। हजारों किलोमीटर दूर से लोग यहां मन्नतें मांगने आते हैं और उनकी मन्नतें पूरी भी होती है। इस मंदिर में स्तिथ हनुमान जी की प्रतिमा पूरे विश्व में कहीं नहीं है जोकि केवल मिट्टी की बनी हुई है। जिसकी ऊंचाई 17 फूट है। हर वर्ष हजारों लोगों को अन्नकूट भंडारा खिलाया जाता था भंडारे में बाजरे की खिचड़ी, हलवा, कढ़ी चावल आदि अन्न वितरित किए जाते हैं जोकि बहुत ही सात्विक व शुद्ध होता है।

प्रसाद लेने के लिए लगी श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी लाइनें

विश्वकर्मा-डे व अन्नकूट का प्रसाद लेने के लिए शहर में जहां भी भंडारे लगे वहां लंबी-लंबी लाइनें लगी। आयोजकों ने भी किसी श्रद्धालु को निराश नहीं किया और भर पेट प्रसाद खिलाया भी और घर ले जाने के लिए दिया भी। हनुमान मंदिर के आगे भी प्रसाद लेने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी। श्रद्धालुओं को प्रसाद लेने में किसी तरह की कोई दिक्कत न हो, इसे लेकर वालेंटियरों की डयूटी भी लगाई गई थी।

वहीं आचार्य पवन शर्मा ने कहा कि सबका सृजनहार, सबका पालनहार, सबका तारणहार है एकमात्र परमात्मा। वही है सबके हृदय की धड़कन, वही ऊर्जा के रूप में सम्पूर्ण शरीर में प्रवाहित हो रहा है, कण-कण में है उस प्रभु का वास। जब वही सब कुछ कर रहा है, तो फिर ईष्र्या किससे, नफरत किससे। अत: उस विराट से प्यार करो, उसी को चाहो, उसी के हो जाओ। आचार्य पवन शर्मा अन्नकूट पर्व पर माता वैष्णवी धाम में आयोजित सत्संग में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे।

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