Jind News : एडीजपी ने पुलिस लाइन में अधिकारियों व कर्मियों को किया ब्रीफ

0
55
Jind News : एडीजपी ने पुलिस लाइन में अधिकारियों व कर्मियों को किया ब्रीफ
जींद पुलिस को ब्रीफ करते हुए एडीजीपी हिसार मंडल हिसार केके राव।
  • चेकिंग के दौरान महिला सवार वाहन चालकों न किया जाए परेशान
  • अपराधी तक पहुंचने के लिए रिस्पांस टाइम कम करे पुलिस : एडीजीपी केके राव

(Jind News) जींद। एडीजीपी हिसार मंडल हिसार केके राव ने मंगलवार को पुलिस लाइन जींद में सभी डीएसपी, थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज, थाना एमएचसी, सिपाही, क्राइम यूनिट, ट्रैफिक कर्मी, कंट्रोल रूम सहित करीब 450 अधिकारी एवं कर्मचारियों को ब्रीफ  किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह, एएसपी सोनाक्षी सिंह मौजूद रहे। एडीजीपी केके राव ने किसी भी अपराधिक घटना की सूचना प्राप्त होने पर कम से कम समय में मौका पर अपराधी तक पहुंचने के लिए रिस्पांस टाइम कम करने बारे निर्देश दिए।

पुलिस ग्राउंड स्तर पर अपनी ड्यूटी को सजगता से करते हुए एक दूसरे से समन्वय स्थापित करके क्राइम कंट्रोल करें तथा इस संबंध में कहा कि डायल 112 की अहम भूमिका रहती है। डायल 112 पर पुलिस कर्मचारियों की अलग-अलग दो शिफ्ट रहती है। जिसमें प्रत्येक शिफ्ट 12 घंटा की ड्यूटी करती है।

जिनका थाना स्तर पर थाना मुंशी अपने रोजनामचा में उनकी रवानगी वापसी करके शिफ्ट चेंज करने का जिम्मेवार होगा। डीएसपी, थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज उनको समय-समय पर निरंतर उन्हें चेक करें। उन्होंने कहा कि पुलिस की दृश्यता होनी बहुत जरूरी है ताकि आम जनता में पुलिस का विश्वास बढ़े और क्राइम पर कंट्रोल किया जा सके।

रिस्पांस टाइम पर विशेष ध्यान दिया जाए : एडीजीपी

ईआरवी, पीसीआर, राइडर अन्य सभी द्वारा आपस में समन्वय स्थापित कर उन्हें रिस्पांस टाइम पर विशेष ध्यान होना चाहिए। इन वाहनों पर तैनात सभी कर्मचारी यह सुनिश्चित करें कि अपनी ड्यूटी के दौरान आने.जाने वाले संदिग्ध वाहनों की भी चेकिंग करें। उन्होंने कहा कि पुलिस को अपनी कार्यप्रणाली में ओर सुधार करने की आवश्यकता है। सभी थाना मुंशी, पीसीआर, राइडर, नाका के पास वाकी-टॉकी होना चाहिए और उन्हें कंट्रोल रूम इंचार्ज के माध्यम से प्रत्येक दो घंटा में उनकी लोकेशन चेक करने का प्रतिदिन अभ्यास भी किया जाना चाहिए।

उन्होंने नाका पर तैनात कर्मियों को अपनी ड्यूटी सतर्क होकर करने तथा किसी अपराधी घटना की सूचना प्राप्त होने पर तुरंत आपसी तालमेल बनाकर संघन नाकाबंदी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अपराधी आमतौर पर ट्रिपल राइडर, बिना नंबर प्लेट वाहन पर सवार होकर घटना को अंजाम देते हैं। इस तरह के संदिग्ध वाहनों, व्यक्तियों की चेकिंग पर उन्हें विशेष ध्यान देना चाहिए।

चेकिंग के दौरान महिला सवार वाहन चालकों को बिना किसी वजह के परेशान नहीं किया जाना चाहिए

किसी भी वारदात के घटित होने पर आमतौर पर देखा गया है कि थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज, सीआईए स्टाफ  सभी एक ही प्वायंट पर एकत्रित होने की बजाय उन्हें अलग-अलग सभी बिंदुओं पर काम करना चाहिए। इसके साथ-साथ उन्होंने यह स्पष्ट बताया कि चेकिंग के दौरान महिला सवार वाहन चालकों को बिना किसी वजह के परेशान नहीं किया जाना चाहिए और आमतौर पर वाहन चालक को देखने पर यह पता चल जाता है कि वह किस प्रवृत्ति का व्यक्ति है उसके बाद उसे बारीकी से चेक किया जाए।

स्थानीय पुलिस कर्मचारियों को अपने अपने क्षेत्र के प्रत्येक अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति के बारे में पता होना चाहिए। ईआरवी, पीसीआर, राइडर एचएचओ मोबाइल सहित सभी वाहनों का लाइन अफसर, एमटीओ के माध्यम से उनकी पूर्ण रूप से देखभाल की जानी चाहिए।

एसपी सभी थाना, चौकी में मूलभूत सुविधाओं की करें जांच

उन्होंने पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया कि अगले एक महीने बाद उनके जिला के सभी थाना, चौकी व कार्यालय की बैरिक, रसोई, टॉयलेट आदि सभी कर्मचारियों की मूलभूत सुविधाओं बारे उनके द्वारा चेक किया जाएगा तथा उन्हें दुरुस्त करने के आदेश दिए।

उन्होंने पुलिस कर्मचारियों को किसी भी मामले की जांच करने के दौरान होने वाले खर्च को सरकारी हैड से ड्रॉ करवाने बारे में बताया तथा निर्देश दिए कि इस तरह के बिल ड्रा करने पर किसी तरह की देरी नही होनी चाहिए। इसके साथ.साथ उन्होंने निर्देश दिया कि हिसार मंडल स्तर पर उनके द्वारा एक व्हाट्सएप नंबर जारी किया हुआ है।

जिस पर कोई भी पुलिसकर्मी अपनी समस्या बारे व्हाट्सअप करने पर तुरंत उनकी समस्या का निदान किया जाता है। इसी तरह का एक व्हाट्सअप नंबर हिसार मंडल के सभी पुलिस अधीक्षकों को जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी फोर्स में इनाम व सजा का लेवल संतुलित होना चाहिए तथा इसका मापदंड भी जरूरी है।

यह भी पढ़े : UPI New Rules : UPI के नियमो में होगा बदलाव ,बनेगा अधिक तेज़ और सुरक्षित