• डोडा जिले में 4 लोगों की मौत

Vaishno Devi Landslide Update, (आज समाज), जम्मू: जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश के बीच माता वैष्णो देवी में अर्धकुंवारी (Ardhkanvari) के पास मंगलवार को हुए भूस्खलन (Landslide) में मरने वाले लोगों की संख्या 30 पहुंच गई है। पुलिस ने आज सुबह यह पुष्टि की है। देर रात तक 6-7 लोगों के मरने की खबर थी। रियासी के एसएसपी (SSP Reasi) परमवीर सिंह ( Paramvir Singh) ने आज बताया कि अर्धकुंवारी के पास कल हुए लैंडस्लाइड में मरने वाले लोगों की संख्या 30 हो गई है। कई लोग घायल हैं।

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एहतियातन वैष्णो देवी यात्रा स्थगित

देर रात तक 6-7 लोगों के मरने की खबर थी और 14 से 15 लोग घायल बताए गए थे। रियासी के एसएसपी परमवीर सिंह ने आज बताया कि अर्धकुंवारी के पास कल हुए लैंडस्लाइड में मरने वाले लोगों की संख्या 30 हो गई है। कई लोग घायल हैं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया है कि भूस्खलन के बाद प्रशासन ने एहतियातन वैष्णो देवी यात्रा को टाल दिया है। मौसम साफ होने पर दोबारा शुरू किए जाने पर निर्णय लिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि हिमकोटि मार्ग को मंगलवार सुबह बारिश के कारण पहले ही बंद कर दिया गया था और बाद में सुरक्षा कारणों से पुराने मार्ग को भी बंद कर दिया गया।

जम्मू सिटी में मंगलवार को 250 एमएम बारिश

स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार जम्मू सिटी में मंगलवार को 24 घंटे से कम टाइम में 250 एमएम बारिश दर्ज की गई। घाटी में कई जगह बाढ़ जैसी स्थिति है और मंगलवार को वर्षाजनित हादसों में बीते कल 10 लोग मारे गए और कई जख्मी हो गए। जम्मू में कई जगह खेतों के साथ ही कई घरों में पानी प्रवेश कर गया है। डोडा जिले के भलेसा इलाके में भारी बारिश के बीच बादल फटा था और इसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी।

नदियां और नाले उफान पर, क्षेत्र में भारी नुकसान

जम्मू प्रशासन ने बाढ़ के बढ़ते खतरे के कारण लोगों की रात में आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। लगातार बारिश से कई इलाकों में भारी नुकसान हुआ है, नदियां और नाले उफान पर हैं और क्षेत्र के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ आ गई है। मौसम विभाग ने एक एडवाइजरी जारी की है।

कठुआ : सहार खाद नदी खतरनाक स्तर पर

कठुआ में, सहार खाद नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ जाने के कारण उस पर बना एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे महत्वपूर्ण जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया। स्थानीय अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं। जम्मू क्षेत्र में कई दिनों से भारी मानसूनी बारिश हो रही है, जिससे भूस्खलन, बाढ़ और दैनिक जीवन, खासकर पहाड़ी और निचले इलाकों में, काफी प्रभावित हुआ है।

कठुआ और किश्तवाड़ में बादल फटने से 62 लोगों की मौत

भारी बारिश ने इस महीने की शुरूआत में जम्मू क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। 17 अगस्त को कठुआ जिले में बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। 14 अगस्त को, किश्तवाड़ में मचैल माता यात्रा के दौरान एक और बादल फटने से कम से कम 55 लोग मारे गए।

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