कभी घर पर अपराजित रहने वाली टीम ने 13 माह में दूसरी बार क्लीन स्वीप झेली
Cricket News Live (आज समाज), खेल डेस्क : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहली बार अपने देश में खेलते हुए भारतीय टीम क्लीन स्वीप हो गई। इससे भी बड़ी बात यह है कि टीम इंडिया ने दूसरी बार किसी मजबूत टीम के खिलाफ खेलते हुए अपने घर में क्लीन स्वीप सहा है। ज्ञात रहे कि भारतीय टीम वह टीम थी जिसे उसके ही मैदान में हराना कभी किसी भी टीम के लिए असंभव के समान होता था। फिर वह इंगलैंड की टीम हो या फिर विश्व विजेता आॅस्ट्रेलिया जैसी टीम हो। भारत अपने मैदान पर हमेशा से अजेय रहने का माद्दा रखता था। लेकिन इस हार के साथ ही यह सवाल सबसे बड़ा है कि क्या भारतीय टीम ने अपना अभेद्य किला खो दिया है।
13 साल में पांच हार और फिर 13 माह में पांच हार
दिसंबर 2012 से 15 अक्तूबर, 2024 तक यानी लगभग 13 साल में भारत ने घर में 55 टेस्ट खेले। इसमें उसने 42 जीते, सिर्फ पांच हारे और सात ड्रॉ रहे। हार का दर सिर्फ 9.09 प्रतिशत। यानी भारत को घर में पांच बार हराना विरोधियों के लिए दशक भर की मेहनत जैसा था। और अब उतने ही मैच भारत ने सिर्फ पिछले 13 महीनों में गंवा दिए। यह गिरावट न केवल टीम की तैयारी पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि घरेलू लाभ अब भारत के पक्ष में वैसा नहीं रहा जैसा पहले था।
भारतीय बल्लेबाजों का शर्मनाक प्रदर्शन
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैच की सीरीज ने भारतीय बल्लेबाजी की कलई बिल्कुल खोल कर रख दी। इस सीरीज में भारतीय प्रबंधन और कोच गौतम गंभीर आठ बल्लेबाजों के साथ टीम लेकर मैदान में उतरे थे। हैरानी की बात यह है कि दोनों टेस्ट मैच की कुल मिलाकर चार पारियों में भारतीय टीम महज एक बार ही दो सौ रन का आंकड़ा पार कर सकी। वह भी दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में और वह आंकड़ा था 201 रन। इतने शर्मनाक प्रदर्शन के बाद किसी भी टीम का टेस्ट जीत लेने के बारे में सोचना भी शायद गलत होगा।
भारतीय पिचों पर छाए अफ्रीकी खिलाड़ी
यह क्रिकेट की एक परंपरा है कि जिस देश में भी टेस्ट मैच होता है पिच उसी के हिसाब से बनाई जाती है। भारत में भी पिच टीम प्रबंधन और टीम की गेंदबाजी क्षमता के अनुरूप ही बनाई जाती है। इस बार भी टीम को उसी के हिसाब से पिच तैयार करके दी गई थी। लेकिन भारतीय पिचों का सबसे ज्यादा फायदा अफ्रीकी खिलाड़ियों ने उठाया। आप बात बल्लेबाजी की करें या फिर गेंदबाजी की। दोनों की जगह दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों ने बाजी मारी। कोलकाता टेस्ट मैच में जहां मेहमान टीम ने छोटे स्कोर का बचाव करते हुए भारतीय टीम को मात्र ढाई दिन में हरा दिया वहीं दूसरे टेस्ट मैच में दोनों पारियों में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों के सामने भारतीय गेंदबाज और दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के सामने भारतीय बल्लेबाज बेबस नजर आए।
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