जीएसटी दरों में बदलाव का सरकार की कमाई पर दिखाई देगा असर
Business News (आज समाज), बिजनेस डेस्क : भारतीय सरकार ने बीती चार सितंबर को एक बड़ा कदम उठाते हुए जीसटी दरों में बदलाव किया। इस बदलाव के बाद वित्त मंत्री ने घोषणा की कि जीएसटी की दरों के अब दो स्लैब होंगे। इसके साथ ही अधिकत्तम जीएसटी 18 प्रतिशत रहेगा जोकि पहले 28 प्रतिशत था। केंद्र सरकार का उद्देश्य भारतीय उद्योग जगत को अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव से बचाने के साथ ही देश के लोगों को महंगाई से राहत दिलाना था। वहीं आर्थिक विश्लेषकों का कहना है कि सरकार का यह कदम उसके लिए घाटे का सोदा साबित हो सकता है।
आयात पर आईजीएसटी सीधे बॉर्डर पर ही वसूला जाता है, इसलिए कस्टम्स का आंकड़ा यह समझने का सबसे आसान तरीका है कि टैक्स बदलाव से सरकार की कमाई पर कितना असर पड़ेगा। वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का कुल माल आयात 721.2 अरब डॉलर रहा। इसमें से जीएसटी की नई दरें सीधे तौर पर 88.78 अरब डॉलर मूल्य के सामान पर लागू होंगी। यह कुल आयात का लगभग 12.3 फीसदी हिस्सा है। इसका मतलब है कि आयात पर कम टैक्स से उद्योग और आम लोगों को थोड़ी राहत तो मिलेगी, लेकिन सरकार के लिए राजस्व में घाटा तय है।
आईजीएसटी प्राप्तियों में 10, 644 करोड़ नुकसान का अनुमान
जीएसटी सुधार से केंद्र सरकार को आईजीएसटी प्राप्तियों में करीब 10,664 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा होने का अनुमान है। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) की एक विश्लेषण रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। इसमें जानकारी दी गई है कि संशोधित जीएसटी दरें आयात पर कराधान के माध्यम से सरकारी राजस्व को किस प्रकार प्रभावित करेंगी। रिपोर्ट के अनुसार जीएसटी राजस्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा आयात से आता है। वित्त वर्ष 2024-25 में, अकेले आयात पर जीएसटी ने 5,33,000 करोड़ रुपये का योगदान दिया। यह भारत के कुल जीएसटी संग्रह 22,08,861 करोड़ रुपये का लगभग 24 प्रतिशत था ।
जीएसटी को लेकर यह बोलीं वित्त मंत्री
वित्त मंत्री ने कहा है कि कंपनियों को जीएसटी की कम दरों का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाना चाहिए। सरकार को इस बात की चिंता है कि कंपनियां जीएसटी में कटौती का फायदा ग्राहकों को देने के बजाय खुद ही हजम कर सकती हैं। इसलिए यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार पूरी तरह अलर्ट है। सीतारमण ने साथ ही कहा कि सरकार अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित निर्यातकों को राहत देने के लिए एक पैकेज पर काम कर रही है।
आम आदमी, किसानों और छोटे कारोबारियों को फायदा मिले
जीएसटी में कटौती का फायदा आम आदमी, किसानों और छोटे कारोबारियों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि विभिन्न मंत्रालय पहले से ही इंडस्ट्री के साथ काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जीएसटी कटौती का फायदा पूरी तरह से ग्राहकों तक पहुंचे। उन्होंने यह भी कहा कि दरों में बार-बार बदलाव नहीं होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि हम कीमतों पर कड़ी नजर रख रहे हैं और सांसदों ने मुझे बताया है कि वे अपने क्षेत्रों में ऐसा कर रहे हैं।
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