Faridabad News : प्रो. अजय रंगा ने जेसी बोस विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में कुलसचिव के रूप में कार्यभार संभाला

0
95
Faridabad News : प्रो. अजय रंगा ने जेसी बोस विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में कुलसचिव के रूप में कार्यभार संभाला
प्रोफेसर (डॉ.) अजय रंगा को कुलसचिव का कार्यभार ग्रहण करने पर शुभकामनाएं देते हुए जे.सी. बोस विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर।

(Faridabad News) फरीदाबाद। हरियाणा सरकार ने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज में प्रोफेसर (विधि) के प्रोफेसर (डॉ.) अजय रंगा को जेसी बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद का कुलसचिव नियुक्त किया है।

इस संबंध में हरियाणा राजभवन, चंडीगढ़ द्वारा अधिसूचना जारी की गई है, जिसके अनुसार यह नियुक्ति विश्वविद्यालय के हरियाणा के राज्यपाल एवं कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय द्वारा की गई है। प्रो. रंगा ने डॉ. राजीव कुमार सिंह का स्थान लिया है, जो 15 जनवरी 2025 से कुलसचिव का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे थे।

अपनी धर्मपत्नी डॉ जसविन्द्र कौर के साथ पहुंचे प्रो. रंगा ने शुक्रवार को विधिवत रूप से कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर की उपस्थिति में कुलसचिव का कार्यभार संभाला लिया। कुलपति प्रो. तोमर ने उन्हें नई भूमिका के लिए शुभकामनाएं दी। अपनी नियुक्ति पर कृतज्ञता व्यक्त करते हुए प्रो. रंगा ने हरियाणा के राज्यपाल और कुलपति बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, और शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा को इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए धन्यवाद दिया।

विश्वविद्यालय को हर क्षेत्र में ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जिन आकांक्षाओं और विश्वास के साथ जे.सी. बोस विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी उन्हें दी है, वे उसे पूरा करने और विश्वविद्यालय को हर क्षेत्र में ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक डॉ राजीव कुमार सिंह, उप-कुलसचिव डॉ मेहा शर्मा, श्री मनीष गुप्ता, श्री सचिन गुप्ता, कार्यशाला अधीक्षक डॉ. विवेक शर्मा, सहायक विधि अधिकारी श्रीमती रेणू डागर सहित विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी प्रो. रंगा का हार्दिक स्वागत किया तथा उन्हें बधाई दी।

एक परिचय :

डॉ. अजय रंगा एक प्रतिष्ठित विधि शिक्षाविद और प्रशासक हैं, जिनके पास विधि शिक्षा और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में कार्यों का दो दशकों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से विधि में पीएचडी प्राप्त की है और आपराधिक कानून और फोरेंसिक विज्ञान में विशेषज्ञता रखते हैं। प्रतिष्ठित शोध पत्रिकाओं में उनके शोध लेख प्रकाशित है तथा उनकी व्यापक शैक्षणिक उपलब्धियां रहीं है।

पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में विधि के प्रोफेसर तथा पंजाब के चितकारा विश्वविद्यालय में चितकारा लॉ स्कूल में डीन के रूप में विधि शिक्षा को बढ़ावा देने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। वे हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, शिमला में कुलसचिव और निदेशक के रूप महत्वपूर्ण प्रशासनिक दायित्वों का निर्वहन कर चुके है और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में सीनेट, सिंडिकेट, कार्यकारी और शैक्षणिक परिषदों, और वित्त समितियों के सदस्य के रूप में उनकी भागीदारी रही है।

यह भी पढ़ें : Faridabad News : सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार के लिए 31 जुलाई तक करें आवेदन: डीसी