US President On Indian Markets, (आज समाज), वाशिंगटन: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि बहुत जल्द अमेरिका की भारतीय बाजारों तक पहंच सुनिश्चित होगी। इंडोनेशिया के साथ एक व्यापार समझौते के ऐलान के बाद मीडिया से बातचीत में यूएस प्रेसिडेंट ने दावा किया कि अमेरिका भारतीय बाजारों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए एक समझौते पर काम कर रहा है और इस दिशा में अमेरिका महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। ट्रंप ने अपनी आक्रामक टैरिफ रणनीति को इसका श्रेय दिया। ट्रंप ने बार-बार कहा कि भारत के साथ समझौता लगभग हो चुका है। उन्होंने कहा, कुछ अंतिम विवरणों पर काम चल रहा है।
हम टैरिफ के जरिये बना रहे अपनी पहुंच
अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक अगस्त से लागू होने वाले अपने कड़े टैरिफ से पहले भारत के साथ चल रही व्यापार वार्ता पर अपडेट देते हुए अमेरिका को भारतीय बाजार में पहुंच मिलने पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा, इन देशों में पहले हमारी कोई पहुंच नहीं थी जिस वजह से हमारे लोग वहां कारोबार नहीं कर पाते थे। अब हम टैरिफ के माध्यम से इन देशों तक अपनी पहुंच बना रहे हैं।
अमेरिका-इंडोनेशिया व्यापार समझौते के तहत होगी पहुंच
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका-इंडोनेशिया व्यापार समझौते के तहत, अमेरिका की एशियाई देशों के बाजारों तक पूरी पहुंच होगी और उसे कोई टैरिफ नहीं देगा। दूसरी ओर, इंडोनेशिया को 19 प्रतिशत शुल्क (टैरिफ) देना होगा। उन्होंने कहा, हमने इंडोनेशिया के साथ एक समझौता किया है और इस देश की हर चीज तक हमारी पहुंच है। ट्रंप ने कहा, जैसा आप जानते हैं कि इंडोनेशिया तांबे के मामले में बहुत मजबूत है, लेकिन उसकी हर चीज तक हमारी पूरी पहुंच है। उन्होंने कहा, हम उन्हें कोई शुल्क नहीं देंगे।
किसी भी देश तक नहीं थी हमारी पहुंच
अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसी क्रम में व्यापार समझौते पर चल रही वाशिंगटन-नई दिल्ली वार्ता पर जानकारी दी और कहा कि भारत मूल रूप से उसी दिशा में काम कर रहा है। यूएस प्रेसिडेंट ने कहा, हमें भारत तक पहुंच मिलेगी। आपको समझना होगा कि इनमें से किसी भी देश तक हमारी पहुंच नहीं थी। हमारे लोग अंदर नहीं जा पा रहे थे, और अब टैरिफ के कारण हमें प्रवेश मिल रहा है। यह रिपोर्ट लिखे जाने तक इंडोनेशिया सरकार की ओर से भारत के साथ हुए समझौते पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई थी।
जून में एक व्यापार समझौते के करीब थे भारत-अमेरिका
भारत और अमेरिका कथित तौर पर जून के अंत में एक व्यापार समझौते के करीब थे। हालांकि, सूत्रों ने एक रिपोर्ट के हवाले से बताया कि बातचीत कमजोर पड़ गई और डोनाल्ड ट्रंप द्वारा निर्धारित 9 जुलाई की समय सीमा चूक गई क्योंकि नई दिल्ली ने प्रमुख कृषि मांगों पर पीछे हटने से इनकार कर दिया। भारत ने डेयरी क्षेत्र में अमेरिका को झिड़की दी, जो 8 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देता है, जिनमें से कई छोटे किसान हैं।
वाशिंगटन में है भारत का व्यापार प्रतिनिधिमंडल
मुख्य वातार्कार राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में भारत का व्यापार प्रतिनिधिमंडल वर्तमान में एक संभावित समझौते पर योजनाबद्ध चर्चा के लिए वाशिंगटन में है। भारत-अमेरिका का एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार उन मुट्ठी भर देशों में से एक है जो अभी भी अमेरिका के साथ टैरिफ पर बातचीत कर रहे हैं। यह तब हो रहा है जब ट्रंप प्रशासन ने 1 अगस्त को टैरिफ लागू होने से पहले कई देशों को औपचारिक टैरिफ पत्र भेजना शुरू कर दिया है। अब तक, उनकी टीम ने ब्राजील और कनाडा सहित 14 देशों को पत्र भेजे हैं। भारत और अन्य देशों के साथ व्यापार वार्ता के बीच, ट्रंप ने और अधिक टैरिफ की चेतावनी दी है जो चल रही वार्ता को जटिल बना सकते हैं।
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