जीवन में कष्टों से मिलेगा छुटकारा
Utpanna Ekadashi Upaay, (आज समाज), नई दिल्ली: मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी पर उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखा जाता है। भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी दे दिन कुछ उपाय करने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है तथा जीवन में सुख-समृद्धि आती है। मान्यता है कि इस दिन तुलसी और शंख से जुड़े कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

करें ये उपाय

  • उत्पन्ना एकादशी के दिन जल में तिल डालकर स्नान करना बेहद ही शुभ माना जाता है। तिल से स्नान करने से शरीर और मन की शुद्धि होती है। इस उपाय से सभी पापों के नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
  • उत्पन्ना एकादशी के दिन भगवान विष्णु को तुलसी का पत्ता अर्पित करें। इस दिन तुलसी के पौधे की पूजा करने और घी का दीपक जलाने से घर में सुख-शांति बनी रहती है। ऐसा करने से भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
  • शास्त्रों के अनुसार, पीला रंग भगवान विष्णु को अति प्रिय है। भगवान विष्णु को पीतांबर धारी भी कहा जाता है। ऐसे में उत्पन्ना एकादशी के दिन पीले वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इससे आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और जीवन में धन प्राप्ति के अवसर मिलते हैं।
  • एकादशी के दिन गरीबों और जरूरतमंद लोगों को भोजन करना और दान करना अत्यंत शुभ माना गया है। इससे जीवन में समृद्धि आती है और भगवान विष्णु की कृपा से घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती है। इस दिन सूर्योदय और सूर्यास्त के समय घर के मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाने से दरिद्रता दूर होती है।
  • हिंदू धर्म में शंख को भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में उत्पन्ना एकादशी के दिन शंख बजाना अत्यंत शुभ और लाभकारी माना जाता है। इस दिन शंख बजाने से आर्थिक संकट दूर होते हैं। शंख की आवाज से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
  • इस दिन भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 108 बार जाप करें। इस मंत्र के जाप से मानसिक शांति मिलती है और तनाव दूर होता है। इस दिन भगवान विष्णु की कथा सुनने या पढ़ने से भगवान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है।

तुलसी से जुड़े नियम

  • धार्मिक मान्यता के अनुसार, एकादशी तिथि पर तुलसी माता निर्जला व्रत करती हैं। इसलिए एकादशी के दिन तुलसी में जल देने की मनाही है। तुलसी में जल देने से तुलसी माता का व्रत खंडित हो सकता है। साथ ही तुलसी के पत्ते भी नहीं तोड़ने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस गलती को करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और व्रत का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है।
  • मां लक्ष्मी का वास साफ-सफाई वाली जगह पर होता है। इसलिए एकादशी के दिन तुलसी के पौधे के पास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, तुलसी के पास गंदगी होने से घर में मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है और जीवन में धन की कमी का सामना करना पड़ता है।
  • तुलसी के पौधे को गंदे या फिर जूठे हाथों से नहीं छूना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि गंदे या फिर जूठे हाथों से पौधे को छूने से अशुभ फल की प्राप्त होती है और जीवन में नकारात्मकता का सामना करना पड़ सकता है।

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