Share Market Update : लगातार तीसरे सप्ताह शेयर बाजार की निराशाजनक क्लोजिंग

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Share Market Update : लगातार तीसरे सप्ताह शेयर बाजार की निराशाजनक क्लोजिंग
Share Market Update : लगातार तीसरे सप्ताह शेयर बाजार की निराशाजनक क्लोजिंग

अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता पर जारी अनिश्चिता का शेयर बाजार पर दिख रहा दबाव

Share Market Update (आज समाज), बिजनेस डेस्क : अमेरिका द्वारा जारी की जा रही नई टैरिफ दरों और भारत और अमेरिका के बीच जारी व्यापार वार्ता के बीच आ रही जटिलताओं का भारतीय शेयर बाजार पर साफ असर दिखाई दे रहा है। एशिया और यूरोपीय बाजारों में जारी तेजी के बीच भारतीय शेयर बाजार लगातार दबाव के बीच कारोबार कर रहा है। यही कारण है कि शुक्रवार को समाप्त हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान लगातार तीसरे सप्ताह शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।

यह रहा बाजार में गिरावट का कारण

विदेशी पूंजी निकासी के बीच वित्तीय, आईटी व तेल एवं गैस शेयरों में भारी बिकवाली से सेंसेक्स शुक्रवार को 721 अंक टूट गया। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी में करीब एक प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 721.08 अंक या 0.88 प्रतिशत गिरकर 81,463.09 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 786.48 अंक या 0.95 प्रतिशत गिरकर 81,397.69 पर बंद हुआ। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 225.10 अंक या 0.90 प्रतिशत गिरकर 24,837.00 पर बंद हुआ।

शेयर बाजार की प्रमुख कंपनियों का इस तरह रहा हाल

सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस के शेयरों में जून तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद 4.73 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। पावर ग्रिड, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, ट्रेंट, टाटा मोटर्स, एनटीपीसी और अदानी पोर्ट्स भी गिरावट में रहे। हालांकि, सन फार्मा और भारती एयरटेल लाभ में रहे।

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में भी आई गिरावट

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 18 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.183 अरब डॉलर घटकर 695.489 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक शुक्रवार को यह जानकारी दी है। इससे पहले के सप्ताह में सप्ताह में, कुल भंडार 3.064 अरब अमेरिकी डॉलर घटकर 696.672 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया था। आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 18 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां 1.201 अरब डॉलर घटकर 587.609 अरब डॉलर रह गईं।