• सितम्बर 2030 तक होगा राधाकृष्णन का कार्यकाल
  • आरएसएस से गहरी जड़ें रखने वाले हैं राधाकृष्णन

New Vice President Took Oath, (आज समाज), नई दिल्ली: नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने आज भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ले ली। उनका कार्यकाल सितम्बर 2030 तक होगा। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह मेंं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ने उन्हें  सुबह 10.10 बजे अंग्रेजी भाषा में पद की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व अन्य गणमान्य समारोह में मौजूद रहे। धनखड़  ने 21 जुलाई की रात को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके कारण यह चुनाव अनिवार्य हो गया था।

पूरा नाम चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से गहरी जड़ें रखने वाले तमिलनाडु के वरिष्ठ भाजपा नेता सीपी राधाकृष्णन (67) का पूरा नाम चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन है। उनके शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहे अन्य गणमान्यों में एम. वेंकैया नायडू, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी तथा कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।

452 वोट हासिल करके जीता है उपराष्ट्रपति पद का चुनाव

9 सितंबर को हुए चुनाव में तमिलनाडु के वरिष्ठ भाजपा नेता राधाकृष्णन ने 452 वोट हासिल करके उपराष्ट्रपति पद का चुनाव जीता था। उनके प्रतिद्वंद्वी, विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के संख्यात्मक बल को देखते हुए, राधाकृष्णन की जीत अपेक्षित थी।

एनडीए के पास दस्तावेजों पर थे 427 सांसद

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पास दस्तावेजों पर 427 सांसद थे। इसके अलावा एनडीए को वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 11 सांसद व कई छोटे दलों का अतिरिक्त समर्थन प्राप्त था, जिससे एनडीए 377 के आधे से भी अधिक बहुमत के आंकड़े को आसानी से पार कर गया। राधाकृष्णन के पक्ष में क्रॉस-वोटिंग के संकेत भी मिले थे।

महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से कल दिया था इस्तीफा

राधाकृष्णन ने अपनी जीत के बाद गुरुवार को  यानी पिछले कल महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति मुर्मू ने नई नियुक्ति होने तक गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को महाराष्ट्र का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। राधाकृष्णन का का दशकों लंबा पॉलिटिकल करियर रहा है। वह कोयंबटूर से दो बार सांसद और तमिलनाडु बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। उनका राजनीतिक सफर जनसंघ से शुरू हुआ और फिर वह बीजेपी में शामिल हो गए।

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