• फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करज का धरना रहा सफल कर्मचारियों का किया धन्यवाद

Chandigarh News(आज समाज नेटवर्क)चण्डीगढ़।  फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करज चण्डीगढ़ के पदाधिकारियों ने सभी विभागों के कर्मचारियों को 12 नवंबर के धरने में भारी गिनती में शामिल होकर धरने को लामिशाल तौर पर सफल बनाने के लिए सभी यूनियनों से सम्बन्धित कर्मचारियों का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया फैड़रेशन के प्रधान राजेन्द्र कटोच, महासचिव हरकेश चन्द, अध्यक्ष गोपाल दत्त जोशी, वरिष्ठ उप प्रधान गुरमीत सिंह, उपाध्यक्ष एम एम सुब्रहमण्यम, रंजीत सिंह, रेखा गोरा, सहायक महासचिव अमरीक सिंह, बिहारी लाल ने शानदार प्रर्दशन के लिए कर्मचारियों को धन्यवाद करते हुए कहा कि धरना शुरू होते ही परिणाम सामने आने लगे थे।

फैड़रेशन द्वारा यूटी के मुख्य सचिव व अन्य अधिकारियों को भी 19 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन भी भेज दिया है

कल 12 नवम्बर को एक तरफ धरने में नारे गूंज रहे थे, दूसरी तरफ निगम के आयुक्त को दिये गये ज्ञापन पर विशेष आयुक्त प्रदीप कुमार के साथ विस्तार से मीटिंग हुई तथा निगम से संबंधित मांगों पर आपसी सहमति बनी तथा अधिकतर मांगों को लागू कराने के लिए अधिकारियों को हिदायत भी दे दी है। इसी सम्बन्ध में नगर निगम के अधीक्षक अभियन्ता धर्मेन्द्र शर्मा ने फैड़रेशन के प्रतिनिधि मंडल को बुलाकर मांगें शीघ्र लागू करने का यकीन दिलाया तथा सभी कार्यकारी अभियन्ताओं को बुलाकर विभाग के सम्बन्धित सभी मांगें लागू करने की हिदायत दी। फैड़रेशन द्वारा यूटी के मुख्य सचिव व अन्य अधिकारियों को भी 19 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन भी भेज दिया है।

तथा मुख्य सचिव से फैड़रेशन को शीघ्र मीटिंग देने की अपील की गयी है। प्रमुख मांगों में प्रमुख माँगों में -सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट लागू कर सभी यूटी, एम सी कर्मचारियों को बोनस, एसीपी सीजीएचएस सहित सभी भत्तों का शीघ्र भुगतान किया जाये, 10 साल पूरे कर चुके सभी डेलीवेज, कान्ट्रैक्ट आउटसोर्स व अन्य अस्थाई कर्मियों को पक्का किया जाये तथा पक्का होने तक बराबर काम बराबर वेतन लागू किया जाये, 1996 के बाद भर्ती डेलीवेज को भी बेसिक पे, डी ए, व अन्य भत्ते दिये जाये तथा आउटसोर्स कर्मियों को विभाग के अधीन किया जाये तथा छँटनी का फैसला रद्द किया जाये, क्रैच वर्करों को पहले से मिल रहा वेतन बहाल किया जाये व बदले की भवना से 7 क्रैच वर्करों व हैल्परों के बर्खास्ती व 5 क्रेच वर्करों व् हेल्परों की रिटायरमैंट के आर्डर रद्द किये जायें, बागवानी विभाग के अधीन चल रहे ग्रीन बैल्टों व पार्को को एमओयू के मार्फत सोसाईटीज को देने का फैसला रद्द किया जाये।

बिजली विभाग से निजी कम्पनी में भेजे कर्मचारियों को प्रशासन के अन्य विभागों में अडजैस्ट किया जाये, सभी विभागों में भर्ती नियमों में संशोधन किया जाये तथा खाली पड़ी प्रमोशन की पोस्टें शीघ्र भरी जायें व सीधी भर्ती की पोस्टों पर अस्थाई कर्मचारियों को अड़जैस्ट किया जाये, रह गये कर्मियों पर संशोधित डी सी रेट लागू किया जाये, फेस एप बायोमैट्रिक हाजिरी के फैसले को रिव्यू किया जाये, मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को 5 प्रतिशत सीलिंग खत्म कर नौकरी दी जाये, रिटायर कर्मियों को पैंशन, ग्रेच्युटी व अन्य लाभ शीघ्र दिये जायें, आउटसोर्स कर्मियों को वेतन का भुगतान हर माह 7 तारीख से पहले किया जाये, सभी फील्ड कर्मियों को वर्दी भत्ता, बरसाती, गमबूट तथा सभी नियमित व अस्थाई कर्मियों को एमओएच की तर्ज पर तेल साबुन दिया जाये, सम्पर्क सैन्टर में काम कर रहे कर्मियों की रेगुलराईजेशन व कार्य प्रणाली की नियमावली बनाई जाये, आंगनवाडी व क्रैचों में काम कर रही वर्करों व हैल्परों की अधिकतम कार्य प्रणाली के अनुसार उन्हें पूर्णकालिक वर्कर मानकर डी सी रेट दिया जाये।

यह भी पढ़े:- Charkhi Dadri News : चार गांवों के किसानों ने बिजली विभाग जुई एसडीओ को तत्काल प्रभाव से कदम उठाने का आदेश दिया