Chandigarh News: मैनपाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने आज सैक्टर 1 के लोक निमार्ण गृह में सीएससी दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्यअतिथि के रूप में शिरकत की और कहा कि हरियाणा को डिजिटल बनाने में सीएससी संचालकों की अहम भूमिका है।
इस अवसर पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा और खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
बडौली ने उपस्थित कामन सर्विंस सैंटर संचालकों को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा में चल रहे 27,000़ सीएससी केंद्र संचालकों की बडी भूमिका है। सीएससी संचालक न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि गा्रमीण क्षेत्रों में भी पंचायत स्तर पर सेवाएं दे रहे हैं। सभी 22 जिलों की ग्राम पंचायतें सीएससी नेटवर्क से जुड़ी हैं व सीएससी के माध्यम से 2,000़ महिला ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल उद्यमिता को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होने कहा कि अब ग्रामीणों को पैन, जाति, निवास प्रमाणपत्र, पासपोर्ट जैसी सेवाओं के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर नही काटने पडते और अब गांवों में ही ये सब सेवाएं उपलब्ध हैं।
बडौली ने सभी सीएससी संचालकों को डिजिटल भारत व डिजिटल हरियाणा की दिशा में प्रधानमंत्री के सपने को मिलकर साकार करने का आह्वान किया।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री महिपाल ढांडा ने कहा कि सीएससी दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि भारत के डिजिटल भविष्य की दिशा में ग्राम से राष्ट्र तक के बदलाव का प्रतीक है।
उन्होने कहा कि कोविड काल में सीएससी का योगदान
वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन, राशन वितरण, टेलीमेडिसिन सेवाएं, और आरोग्य सेतु ऐप की जागरूकता जैसे अहम कार्यों में सीएससी की भूमिका उल्लेखनीय रही है। उन्होने कहा कि हरियाणा सरकार एवं सीएससी के संयुक्त प्रयास से अंत्योदय सरल पोर्टल, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र, फैमिली आई डी, प्रोपर्टी आईडी, एवं डिजिटल हरियाणा मिशन को सीएससी नेटवर्क से जोड़ा गया है।
हरियाणा के युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता, खेल, विधि एवं विधायी विभाग के राज्य मंत्री श्री गौरव गौतम ने सीएससी दिवस पर सभी जिलों से आए सीएससी प्रतिनिधियों को बधाई व शुभकामनाएं दी और कहा भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया का विजन दिया, जिसको साकार करने में सीएससी के प्रतिनिधियों ने अहम भूमिका निभाई। आज हर क्षेत्र में और हर वर्ग को सीएससी की जरूरत है और सीएससी के माध्यम से सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं दूर दराज के ग्रामीणों तक पहंुच रही है इसके अलावा सीएससी सरकार की योजनाओं का लोगों को बताकर जागरूक करने का भी कार्य कर रही है।
उन्होने कहा कि महिलाएं अब डिजिटल उद्यमी बनकर अन्य युवाओं को रोजगार प्रदान कर रही हैं। सीएससी संचालक महिला अब बदलाव की प्रेरणा बन चुकी हैं। उन्होने कहा कि विकसित भारत 2047 की दिशा में आत्मनिर्भर ग्राम की परिकल्पना पर बल देते हुए सीएससी नेटवर्क ग्रामीण रोजगार, उद्यमिता और डिजिटल समावेशन का बड़ा माध्यम बन चुका है। उन्होने कहा कि आप सभी सीएससी संचालक भारत के डिजिटल सैनिक हैं। आपने ग्रामीण भारत को नई पहचान दी है। हम सभी मिलकर एक सशक्त, स्मार्ट और आत्मनिर्भर भारत की नींव रख रहे हैं।
इस अवसर पर पूर्व इंडियन फोरेस्ट आफिसर अमरेंद्र कौर, सीएससी के स्टेड हेड आशीष शर्मा और 3000़ सीएससी परिवार के सदस्यों ने भाग लिया।