वोट चोरी के मुद्दे पर कांग्रेस सांसदों और विधायकों को इस्तीफा देकर दोबारा चुनाव लड़ने का दिया चैलेंज
Krishan Bedi, (आज समाज), कुरुक्षेत्र: चौटाला परिवार की सुरक्षा हटाए जाने को लेकर छिड़ा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। अब इस विवाद में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी की भी एंट्री हो गई है। कृष्ण बेदी ने दिग्विजय चौटाला और उनके परिवार पर निशाना साधा है। उन्होंने चौटाला सरकार के समय को याद दिलाया। उन्होंने कहा कि आज सुरक्षा की बात करने वाला चौटाला परिवार अपने राज में आईएएस और आईपीएस को जूते मारते थे।

कृष्ण बेदी शुक्रवार को कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उनसे चौटाला परिवार की सुरक्षा हटाए जाने पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि सुरक्षा देने का एक पैरामीटर्स है। विधायक, सांसद, राज्यसभा सांसद, मिनिस्टर, मुख्यमंत्री और गवर्नर को सुरक्षा देनी है।

टौर बनाने के लिए गनर चाहता है दिग्विजय चौटाला का परिवार

बेदी ने कहा कि दिग्विजय चौटाला और उनका परिवार गनर सिर्फ इसलिए ले रहे थे कि दुनिया में टौर बना सके। न वो विधायक है, न वो सांसद हैं, न वो राज्यसभा सांसद हैं। अब 90 में से उनकी 82-83 जगह जमानत जब्त हो रही है। खुद उनकी पार्टी के सुप्रीम दुष्यंत चौटाला 6 हजार से भी ज्यादा वोट नहीं ले सके। अगर सुरक्षा लेनी है उनको जान का खतरा है तो सरकार से अपील करें। सुरक्षा लेनी है तो गनमैन को पेमेंट दें। फिर पैरामीटर तय करेंगे कि उनको सुरक्षा की जरूरत है या नहीं है।

आईएस और आईपीएस को भी नहीं बख्शा

बेदी ने कहा कि जब इन लोगों का राज था, तब इन्होंने आईएएस और आईपीएस को भी नही बख्शा। थाने में गेर-गेरकर जूते मारते थे कोई छुपी बात नहीं हैं, पूरी दुनिया जानती है। जब गरीब लोगों पर जुल्म करते थे। चरण सिंह और विनोद मडिया के साथ क्या किया। तब चौटाला की गवर्नमेंट थी। अपने विरोधी लोगों क्या दुर्गती की, वो समय तो भूल गए।

राजनीति में आगे बढ़ना है तो बातचीत का तरीका सुधारे

मुख्यमंत्री का परिवार भजन लाल, बंसी लाल और राव इंद्रजीत का परिवार भी है। उनका परिवार किसी का अपमान नहीं करता है। किसी से राजनैतिक लड़ाई हो सकती है। दीपेंद्र हुड्डा भी हैं, वे सांसद भी है और पूर्व मुख्यमंत्री के बेटा भी हैं। वे कभी किसी के साथ लूज टॉक नहीं करते। अपने से बड़ों को अंकल जी कहकर मिलते हैं। राजनीति में आगे बढ़ना है तो उनसे सीखना चाहिए।

सुरक्षा का राइट नहीं

राजनैतिक आदमी को बहुत सोच-समझकर बयान देना चाहिए। मुझे नहीं लगता दिग्विजय चौटाला, दुष्यंत चौटाला और उनके रिश्तेदारों को सुरक्षा का राइट है। डीजीपी ने सोच-समझकर ही फैसला लिया होगा। इसकी समीक्षा डीजीपी और हरियाणा पुलिस ने की है। उसको सबको को मानना होगा।

कांग्रेस के पास कुछ बचा नहीं

बेदी ने कांग्रेस पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास सौदा ही कुछ बचा नहीं। फिर वोट चोरी कौन-सी हो गई। किसी के पास पर्स होगा और पेन होगा, तभी तो चोरी होगा। इनसे पूछे कोई कौन से लॉकर से उनकी वोट चोरी हो गई। उन्होंने कांग्रेस को चैलेंज देते हुए कहा कि जहां भी आप लोग आ रहे हो, मार्जन मान लो, मुकाबले में आ रहे हो, तो कौन सी वोट चोरी कर ली, और यदि वोट चोरी कर ली तो मैं तो कांग्रेस को चैलेंज करता हूं। अपने हरियाणा के 5 के 5 सांसदों और 37-37 विधायकों को रिजाइन दिलाएं

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