- किसानों की बैठक आयोजित, बीमा क्लेम घोटाले को लेकर महापड़ाव के 92वें दिन किसानों ने आपस में लगाए भीतरघात के आरोप,
Bhiwani News (आज समाज) लोहारू। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा उपमंडल कार्यालय लोहारू में जारी अनिश्चितकालीन महापड़ाव को 92 दिन बीत जाने के बावजूद भी अभी तक किसानों की सुध लेने के लिए सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उनके बीच नहीं आया है। ऐसे में किसानों में न केवल खासा रोष है बल्कि उन्होंने बीमा क्लेम घोटाले में पूर्व मंत्री की संलिप्तता का अंदेशा जताया है। इस पूरे मामले को लेकर बुधवार को किसानों की बैठक का आयोजन धरनास्थल पर किया गया। बैठक में चर्चा के दौरान पाया गया कि कमेटी के कुछ सदस्य भीतरघात करते हुए पूर्व मंत्री के खेमे में मिले हुए हैं तथा एक संगठन के कुछ लोगों ने पूर्व कृषि मंत्री के साथ बंद कमरे में मंत्रणा की है।
इस पर किसानों ने पुरानी कमेटी को एक आवाज में भंग करने का निर्णय लिया है और कमेटी के अधिकांश सदस्यों ने कमेटी से इस्तीफा देने की बात कही है। अब पूर्व मंत्री के आवास का घेराव करने के लिए 17 अक्टूबर को नई कमेटी के गठन के बाद ही तारीख की घोषणा की बात कही है। बुधवार को किसानों के धरने को किसान नेता रवि आजाद, पृथ्वी सिंह गोठड़ा, रामपाल सिंघानी, उमेद सिंह फरटिया, विजय गुरावा, सुरेश फरटिया, नरेश पहाड़ी, मेवा सिंह आर्य, एडवोकेट कविता आर्य, संदीप श्योराण खरकड़ी, सूरजभान राहड़ गिगनाऊ, उमराव सिंह, दलबीर सिंह, नरेंद्र फरटिया, रविंद्र कस्वां, जय सिंह गिगनाऊ, सुरेंद्र गोपालवास, धनपत ओबरा, कर्ण सिंह जैनावास, धर्मपाल फरटिया सहित सैकड़ों किसानों ने संबोधित किया।
किसान संघर्षरत
किसानों ने कहा कि पूर्व मंत्री की रहनुमाई में किसानों के साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये वर्ष 2023 का क्लेम का पैसा कंपनी ने मिलीभगत करके घोटाला किया है। इसको लेकर किसान संघर्षरत हैं लेकिन उनके बीच के ही कुछ किसान नेता बनकर जेपी दलाल से संपर्क साधे हुए हैं तथा इस प्रकार से किसानों का भला नहीं हो सकता है। किसानों के हितों से सरासर खिलवाड़ करते हुए पूर्व मंत्री के साथ बंद कमरों में बैठक की जा रही हैं जो किसानों के हितों को बेचने का प्रयास कर रहे हैं। किसानों ने सर्वसम्मति से महापड़ाव पर निर्णय लिया कि आंदोलन के लिए 17 अक्टूबर को महापंचायत में नई कमेटी का गठन किया जाएगा।
आंदोलन निरंतर रहेगा जारी
इसमें पूर्व कृषि मंत्री के गुर्गों द्वारा किसानों को दो फाड़ करने के प्रयासों का पर्दाफाश किया जाएगा और उनके और अन्य राजनेताओं के घेराव के कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जाएगा। किसानों ने कहा कि जब तक उनकी फसलों के क्लेम घोटाले की जांच के आदेश और किसानों के खातों में क्लेम का पैसा नहीं डाल दिया जाता उनका आंदोलन निरंतर जारी रहेगा।
किसानों ने कहा कि सरकारी घोषणा के बाद भी मंडियों में बाजरे, मूंग, ग्वार और कपास की खरीद शुरू नहीं हुई है। डीएपी खाद की भारी किल्लत पर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से मांग की कि वह किसानों को समय पर खाद और उच्च गुणवत्ता वाले बीज समय पर उपलब्ध करवाएं। इस मौके पर लोहारू हलके के गांवों के सैंकड़ों किसान मौजूद थे।
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