Amit Shah: पश्चिम बंगाल सहित देश के कुछ राज्यों में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विपक्षी पार्टियां व कुछ राज्य सरकारें विरोध कर रही हैं। केरल सरकार इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची है। वहीं तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सरकार भी इसके विरोध में अर्जी लगा चुकी हैं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने एसआईआई ओ लेकर गंभीर चिंता जताई है और इस प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग (ईसी) से तत्काल दखल देने की अपील की है। उन्होंने राज्य में चल रही एसआईआर की प्रक्रिया को गुरुवार को दबाव वाली, अराजक और खतरनाक बताया।

उनके इस बयान के बाद शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान आया है। अमित शाह ने एक पोस्ट में किसी राजनीतिक पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ राजनीतिक दल राज्यों में जारी वोटर लिस्ट की एसआईआर की प्रक्रिया में रुकावट डालकर घुसपैठियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। गृह मंत्री ने कहा, भारत में घुसपैठ रोकना न केवल देश की सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि देश के डेमोक्रेटिक सिस्टम को खराब होने से बचाने के लिए भी इस समस्या पर लगाम लगाना जरूरी है।

लेकिन बदकिस्मती से, कुछ राजनीतिक दल इन घुसपैठियों को बचाने में लगे हैं और वे मतदाता सूची में ईसी द्वारा किए जा रहे शुद्धिकरण के काम के खिलाफ हैं। ममता बनर्जी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को गुरुवार को लिखे कड़े शब्दों वाले तीन पेज के एक पत्र में कहा कि एसआईआर बहुत खतरनाक स्टेज पर पहुंच गया है और आरोप लगाया कि यह ड्राइव बिना प्लान के, खतरनाक तरीके से चलाई जा रही है जिसने पहले दिन से ही सिस्टम को पंगु बना दिया है।

सीएम ने लिखा, जिस तरह से अधिकारियों और नागरिकों पर यह काम थोपा जा रहा है, वह न केवल बिना प्लान के और अस्त-व्यस्त है, बल्कि खतरनाक भी है। टीएमसी प्रमुख ने यह भी कहा कि बुनियादी तैयारी, सही प्लानिंग या साफ बातचीत की कमी ने एसआईआर की प्रक्रिया को गड़बड़ कर दिया है।

उन्होंने चुनाव आयोग पर यह भी आरोप लगाया कि वह बुनियादी तैयारी के बिना अधिकारियों और नागरिकों पर एसआईआर थोप रहा है, ट्रेनिंग में बड़ी कमियों को बता रहा है, जरूरी डॉक्यूमेंट्स को लेकर कन्फ्यूजन दिखा रहा है और बूथ-लेवल अधिकारियों (बीएलओ) का अपने काम के बीच वोटरों से मिलना लगभग नामुमकिन है। ममता बनर्जी ने इस संबंध में शुक्रवार को अपने पुराने पत्र को भी एक्स पर साझा किया।

ममता बनर्जी के आरोप बेबुनियाद : भाजपा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बनर्जी के आरोपों को खारिज कर दिया और उन पर एक कानूनी प्रक्रिया को पटरी से उतारने की कोशिश करने का आरोप लगाया। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, कोई भी धमकी, नाटक या झूठ एसआईआर को रोक नहीं सकता। अगर मुख्यमंत्री को किसी कानूनी काम से परेशानी हो रही है, जो उनकी घुसपैठ की राजनीति को उजागर करता है, तो उन्हें सबके सामने अपना रुख साफ करना चाहिए या पद छोड़ देना चाहिए।

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