All-Party Delegation France Visit,(आज समाज), पेरिस: फ्रांस ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता दोहराई है। वह इस बात से सहमत है कि लोकतांत्रिक दुनिया को इस मुद्दे पर एक स्वर में बोलने की जरूरत है। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने अपने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की यूरोप यात्रा के पेरिस चरण के समापन पर उक्त बात कही है। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट है और दुनिया को यह संदेश देना चाहता है। फ्रांस में भारतीय दूतावास द्वारा सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की बैठकों की श्रृंखला को साझा किया गया।
नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पहुंचा था फ्रांस
गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख से अवगत कराने के लिए 25-27 मई तक रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल फ्रांस पहुंचा था, जहां भारतीय नेताओं ने विभिन्न फ्रांसीसी नेताओं और थिंक टैंकों से मुलाकात की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े और स्पष्ट संदेश तथा विश्व के समक्ष आतंकवाद द्वारा उत्पन्न चुनौतियों पर चर्चा की।
भारत-फ्रांस मैत्री समूह के प्रतिनिधियों से की मुलाकात
प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को फ्रांसीसी सीनेट में भारत-फ्रांस मैत्री समूह के प्रतिनिधियों के साथ शामिल हुआ, जिसका नेतृत्व फ्रांसीसी सीनेट की उपाध्यक्ष जैकलीन यूस्टेश-ब्रिनियो ने किया। रविशंकर प्रसाद ने कहा, फ्रांसीसी सीनेट के सभी सहयोगियों के पास कहने के लिए केवल एक ही शब्द है, हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ हैं।
दुनिया के विभिन्न हिस्सों में गए हैं 7 प्रतिनिधिमंडल
बीजेपी नेता ने कहा कि यह यात्रा एक बड़े प्रयास का हिस्सा है, जिसमें सात प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दुनिया भर की यात्रा कर रहे हैं। प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, हम बहुत दर्द के साथ आए हैं, लेकिन साथ ही, एक संकल्प है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़ा होगा और दुनिया को बताएगा कि भारत वास्तव में एकजुट है। रविशंकर प्रसाद ने बताया कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में 7 प्रतिनिधिमंडल गए हैं और मैं यूरोप में प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहा हूं। पेरिस हमारा पहला पड़ाव था।
आतंकियों और उनके समर्थकों के बीच नहीं करेंगे कोई अंतर
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि पहलगाम में आतंकवादी हमला केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास को कमजोर करने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास था। भारतीय सशस्त्र बलों ने इसके प्रतिशोध में आॅपरेशन सिंदूर के जरिये सटीक, लक्षित, आनुपातिक और गैर-उग्र तरीके से जवाब दिया था। प्रतिनिधिमंडल ने आगे जोर देकर कहा कि आज के भारत की आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति है, तथा वह आतंकियों और उनके समर्थकों के बीच कोई अंतर नहीं करेगा।
पाकिस्तान की गोली का भारत गोले से देगा जवाब : खटाना
राज्यसभा सांसद गुलाम नबी खटाना ने बैठक में जोर देकर कहा कि भारत अपने पड़ोसियों के साथ शांति चाहता है, लेकिन अगर हमला हुआ तो भारत चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा, हम दुनिया को यह बताने आए हैं कि हम अपने पड़ोसियों का सम्मान करते हैं। हम उनकी प्रगति चाहते हैं, लेकिन साथ ही, हम अपने निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या को बर्दाश्त नहीं कर सकते। पाकिस्तान गोली चलाता है, तो भारत गोले से जवाब देगा और इस तरह की किसी भी कार्रवाई को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।
आतंकियों ने 22 अप्रैल को कर दी थी 26 लोगों की हत्या
आतंकियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 लोगों की हत्या कर दी थी। प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य इस हमले पर भारत की प्रतिक्रिया और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ इसकी व्यापक लड़ाई के बारे में अंतरराष्ट्रीय भागीदारों को जानकारी देना है। बता दें कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम हमले का बदला आॅपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) आतंकी शिविरों को तबाह करके लिया था।
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