ब्रिटेन के पीएम अपनी पहली यात्रा पर आज पहुंचेंगे भारत, पीएम मोदी से करेंगे मुलाकात

Britain PM India Visit (आज समाज), बिजनेस डेस्क : अमेरिकी टैरिफ का सामना करने और उसके प्रभाव को बेअसर करने के साथ-साथ आर्थिक प्रगति को तेजी देने के लिए भारत-ब्रिटेन मिलकर कार्य करेंगे। दोनों देशों के बीच परस्पर व्यापार को नई ऊंचाई देने के लिए भारतीय पीएम और ब्रिटेन पीएम मिलकर साझा नीति बनाने जा रहे हैं। इसी के चलते ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर अपनी पहली भारत यात्रा पर आज भारत पहुंच रहे हैं। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेता भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी के विविध पहलुओं और व्यापार एवं निवेश के प्रमुख आधार स्तंभों में की गई पहलों में प्रगति का जायजा लेंगे।

कल दोनों नेताओं में होगी अहम बैठक

दोनों नेता गुरुवार को भविष्य की भारत-ब्रिटेन आर्थिक साझेदारी के एक केंद्रीय स्तंभ के रूप में भारत-ब्रिटेन व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (सीईटीए) द्वारा प्रस्तुत अवसरों पर व्यवसायों एवं उद्योग जगत के नेताओं के साथ चर्चा करेंगे। मोदी और स्टार्मर क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। दोनों नेता उद्योग विशेषज्ञों, नीति निमार्ताओं और नवप्रवर्तकों के साथ भी बातचीत करेंगे।

जीएफएफ में हिस्सा लेंगे मोदी और कीर

गुरुवार को दोनों नेता जियो वर्ल्ड सेंटर में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट ( जीएफएफ ) के छठे संस्करण में भी हिस्सा लेंगे। इस अवसर पर लोगों को संबोधित करेंगे। ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 दुनिया भर के नवप्रवर्तकों, नीति निमार्ताओं, केंद्रीय बैंकरों, नियामकों, निवेशकों, शिक्षाविदों और उद्योग जगत के नेताओं को एक साथ लाने वाला कार्यक्रम है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), संवर्धित बुद्धिमत्ता, नवप्रवर्तन और समावेशन से प्रायोजित सम्मेलन का मुख्य विषय बेहतर दुनिया के लिए वित्त को सशक्त बनाना एक नैतिक और टिकाऊ वित्तीय भविष्य को आकार देने में प्रौद्योगिकी एवं मानवीय दृष्टिकोण की प्रगति पर प्रकाश डालता है।

जुलाई में पीएम मोदी ने की थी बड़ी घोषणा

ज्ञात रहे कि जुलाई में पीएम मोदी ने अपने इंगलैंड दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार को बढ़ाने की बात की थी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक निर्यात के 1 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है और इस मकसद में ब्रिटेन सबसे उच्च प्राथमिकता वाला व्यापारिक साझेदार है। पीएम मोदी ने कहा था कि यह समझौता मात्र आर्थिक साझेदारी नहीं है, बल्कि साझा समृद्धि की योजना है।

भारतीय टेक्सटाइल, फुटवियर, जेम्स एंड ज्वेलरी, सी फूड और इंजीनियरिंग उत्पादों को ब्रिटेन में बेहतर पहुंच मिलेगी। भारत के कृषि उत्पाद और प्रोसेस्ड फूड इंडस्ट्री के लिए ब्रिटेन के बाजार में बेहतर अवसर बनेंगे। वहीं ब्रिटिश सरकार का कहना है कि इस समझौते से ब्रिटिश अर्थव्यवस्था में हर साल 4.8 अरब पाउंड (6.5 अरब डॉलर) प्रति वर्ष का योगदान होगा।

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