Charkhi Dadri News(आज समाज नेटवर्क) बाढड़ा। जीवन में आध्यात्मिकता को धारण कर देवियों से शक्ति ले अपनी सोच को सकारात्मक बना समाज को दिव्य व श्रेष्ठ बनाने का संकल्प लें। तभी यह नवरात्रि का त्यौहार मनाना सार्थक होगा। यह उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की कादमा शाखा में नवरात्रि के पावन अवसर पर प्रात: बेला में सजाई गई चैतन्य देवी झांकी के महत्व को समझाते हुए राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस समय हर व्यक्ति मां दुर्गा व अन्य देवियों की आराधना व व्रत कर स्वयं में शुद्धता, पवित्रता की शक्ति से भरपूर अनुभव करता है।

शुद्धता स्वच्छता त्याग तप और शक्ति के बल से हम मनोबल को बढ़ा सकते हैं

ब्रह्माकुमारी बहन ने कहा कि जो शुद्धता हम नवरात्रि के दिनों में करते हैं यह सदा के लिए जीवन में आ जाएं तो सामाजिक समस्याओं का समाधान सहज हो सकता है। ब्रह्माकुमारी बहन ने कहा कि शुद्धता स्वच्छता त्याग तप और शक्ति के बल से हम मनोबल को बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा की शक्तिशाली मनोबल व सकारात्मक सोच के साथ हर समस्या विपदा का समाधान सहज हो सकता है।

ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने कहा कि नवरात्रों में 9 दिन तक मां दुर्गा सरस्वती संतोषी आदि देवियों को मां- मां कहकर पूजा करते हैं क्योंकि मां शब्द में ममता समाई हुई है और मां सदा अपनी छत्र छाया में सुरक्षित रखती है गिरते हुए को उठा गले से लगा शक्ति भरती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय की परिस्थितियों को देखते हुए हमें अपने तन मन संकल्प को शुद्ध पवित्र बना दिव्या गुणों की धारण कर स्वयं शक्तिशाली बन मानव जाति को शक्तिशाली बनाना होगा। यह तभी संभव है जब हम आध्यात्मिकता व मेडिटेशन को जीवन का अभिन्नअंग बना ले तभी हम समाज व राष्ट्र का नव निर्माण कर सकते हैं।

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