कहा, यह समझौता न्यायसंगत, संतुलित और दोनों पक्षों के लिए सामान रूप से लाभकारी होगा
India-US Trade Deal (आज समाज), बिजनेस डेस्क : भारत और अमेरिका के बीच आने वाले दिनों में व्यापार समझौते को लेकर बड़ी और सकारात्मक घोषणा होगी यह कहना है देश के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का। गोयल ने इस सबंधी जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही समझौता न्यायसंगत, संतुलित और दोनों पक्षों के लिए समान रूप से लाभकारी होगा, आपको अच्छी खबर सुनने को मिलेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत समझौते में किसानों और मछुआरों के हितों की भी रक्षा करेगा।
समझौते के लिए बातचीत एक प्रक्रिया
गोयल न इंडो-अमेरिकन चैंबर आॅफ कॉमर्स द्वारा आयोजित भारत-अमेरिका आर्थिक शिखर सम्मेलन में कहा कि व्यापार समझौते के लिए बातचीत एक प्रक्रिया है और एक राष्ट्र के रूप में भारत को किसानों, मछुआरों और लघु उद्योगों के हितों को देखना होगा। भारत और अमेरिका मार्च से प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। अब तक छह दौर की बातचीत पूरी हो चुकी है। इस बीच गोयल ने कहा कि वह प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और विदेशी संस्थागत निवेश (एफआईआई) को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा के लिए हितधारकों के साथ बैठक कर रहे हैं। इसके लिए प्रक्रियाओं को तेज, सुचारू और अधिक कुशल बनाया जाएगा।
इन क्षेत्रों में निवेश की खास जरूरत
मंत्री ने कहा कि निवेश से रोजगार सृजन होगा, नई प्रौद्योगिकियां आएंगी, अनुसंधान एवं विकास व नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। इससे रक्षा विनिर्माण को भी बढ़ावा मिलेगा, घरेलू मुद्रा को अधिक स्थिरता मिलेगी जिससे मुद्रास्फीति को और कम करने में मदद मिलेगी। गोयल ने कहा कि हमें नीतिगत निश्चितता और स्थिर मुद्रा व सम्पूर्ण निवेश पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में निवेशकों में विश्वास देखने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने उद्योग को अपनी आपूर्ति शृंखला में विविधता लाने व एक ही क्षेत्र पर निर्भरता कम करने का भी सुझाव दिया।
भारत और अमेरिका विश्वसनीय साझेदार
गोयल ने कहा कि भारत-अमेरिकी साझेदारी की कहानी को दो विश्वसनीय साझेदारों के रूप में वर्णित किया जा सकता है, जो न केवल दोनों देशों की, बल्कि पूरे विश्व की साझा समृद्धि के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत ने कुछ दिन पहले ही एक बड़े एलपीजी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत हम हर साल लंबी अवधि के लिए 2.2 मिलियन टन एलपीजी आयात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि संबंधों में कोई दरार है। यह दोनों देशों, अमेरिका और भारत, के लिए बहुत महत्वपूर्ण और रणनीतिक बना हुआ है। हमने अभी-अभी अमेरिका के युद्ध विभाग और भारतीय रक्षा मंत्रालय के साथ 10 साल के रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
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