Aaj Samaj (आज समाज), Aditya-L1 Update, बेंगलुरु/नई दिल्ली: इसरो का आदित्य-एल1 स्पेसक्राफ्ट शनिवार को सन-अर्थ लैग्रेंज पॉइंट 1 (एल1) पर पहुंच गया। बता दें कि 126 दिन में 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद आदित्य-एल1 लैग्रेंज पॉइंट 1 (एल1) पर पहुंचा है। यह मिशन 5 साल का होगा। स्पेसक्राफ्ट में 440एन लिक्विड अपोजी मोटर (एलएएम) लगी है, जिसकी मदद से आदित्य-एल1 को हेलो आर्बिट में पहुंचाया गया। यह मोटर इसरो के मार्स आर्बिटर मिशन में इस्तेमाल की गई मोटर के समान है।
- 5 साल का होगा मिशन
आठ 22एन और चार 10एन थ्रस्टर
आदित्य-एल1 में आठ 22एन थ्रस्टर और चार 10एन थ्रस्टर हैं, जो इसके ओरिएंटेशन और आर्बिट को कंट्रोल करने के लिए जरूरी हैं। एल1 अंतरिक्ष में ऐसा स्थान है, जहां पृथ्वी और सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्तियां संतुलित होती हैं। हालांकि एल1 तक पहुंचना और स्पेसक्राफ्ट को इस आर्बिट में बनाए रखना कठिन टास्क है। एल1 का आर्बिटल पीरियड करीब 177.86 दिन है।
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदित्य-एल1 के हेलो आर्बिट में एंट्री करने पर देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, भारत ने एक और लैंडमार्क कायम किया है। सूर्य का अध्ययन करने वाला भारत का स्पेसक्राफ्ट आदित्य एल1 अपने डेस्टिनेशन पर पहुंच गया है। यह सबसे जटिल और पेचीदा अंतरिक्ष अभियानों को साकार करने में हमारे वैज्ञानिकों के अथक परिश्रम का प्रमाण है। मैं इस असाधारण उपलब्धि की सराहना करने में राष्ट्र के साथ शामिल हूं। हम मानवता को फायदा पहुंचाने के लिए विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।
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