नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
शहर में बीस दशक पूर्व नपा द्वारा प्रस्तावित ताऊ देवीलाल पार्क में अभी तक पार्क जैसी कोई सुविधा ही नहीं है। यहां पर न तो कोई झूले है न ही कोई हरी-भरी घास, न ही कोई लाइट की व्यवस्था। यहीं नहीं पार्क की जो जमीन खाली पड़ी थी। उस जमीन पर नगरपालिका ने फरवरी माह में शहर के पुराने रोड उखाड़कर उसका मलबा डाल दिया है। जिससे ताऊ देवीलाल पार्क के नाम से खाली पड़ी जमीन का नामोनिशान ही मिट गया है। इस मामले को लेकर शहर के समाजसेवी ने महेंद्रगढ़ शहर के ताऊ देवीलाल पार्क में डाले गए मलबे को लेकर अनोखे होर्डिंग ही लगवा दिए है। जिसमें लिखा है कि ताऊ देवीलाल पार्क का इतना बुरा हाल है। क्या प्रशासन मलबा डालने वालों को जुमार्ने के रूप में इस पार्क में घास लगाने को कह पाएगा क्या।
बता दें कि शहर में लोगों द्वारा बुलाए जाने वाला ताऊ देवी लाल पार्क में सिर्फ मिट्टी, कूडे़ के ढेर, झाडियां व रोड का उखाड़ा हुआ मलबा ही नजर आता है। हालांकि डेढ साल पहले डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के निदेर्शों के अनुसार देवीलाल पार्क की पैमाइश कराई गई थी। एसडीएम के माध्यम से रिपोर्ट को आला अधिकारियों को भेज दिए जाने का वादा किया था। बावजूद इसके डेढ साल बाद भी इस रिपोर्ट की कोई खबर ही नहीं है। आपकों बता दे कि 2001 में महेंद्रगढ़ नगर पालिका ने ताऊ देवीलाल पार्क के निर्माण का प्रस्ताव पारित किया था। जिसमें किले के दक्षिणी ओर या किसी अन्य स्थान पर पार्क बनाने का फैसला लिया गया था। नगर पालिका के प्रस्ताव के बाद भी इस पर काम शुरू नहीं हो सका। महेंद्रगढ़ किले के साथ खाली पड़ी जमीन को देवीलाल पार्क के नाम से जाना जाता है। यहां पार्क के नाम पर अभी तक केवल ऊंचे-नीचे मिट्टी के टीले, कूडे़ के ढेर, मलबा व झाडियां ही नजर आती है।
आपकों यह भी बता दें कि डेढ साल पहले जजपा के पदाधिकारियों ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से मिलकर देवीलाल पार्क के निर्माण की मांग रखी थी। जिस पर डिप्टी सीएम ने इसकी पैमाइश रिपोर्ट मांगी थी। डीसी के निर्देश अनुसार एसडीएम ने जमीन की पैमाइश कराई थी। जिसमें पाया गया था कि यह 24.6 मरला जमीन नगर पालिका की है। 22.16 मरला जमीन प्रदेश सरकार की मलकियत है। डेढ़ साल बीतने के बाद भी आज तक इस पार्क की पैमाइश रिपोर्ट का कोई अता-पता ही नहीं है। नगरपालिका द्वारा 2001 में प्रस्तावित इस पार्क में अभी तक कोई पार्क जैसी सुविधा नहीं है। इस समय प्रदेश में भाजपा ने जजपा के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई हुई है। नगर निकाय विभाग भी ताऊ देवीलाल के पौत्र डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के पास है। बावजूद इसके महेंद्रगढ़ शहर में ताऊ देवीलाल के नाम से किले के पीछे खाली पड़ी जमीन पर अभी तक पार्क का निर्माण ही नहीं हो पाया है।
शहर में किले के पीछे ताऊ देवीलाल पार्क के नाम से खाली पड़ी जमीन पर शहर के लोग केवल दशहरे पर रावण जलाने के काम आता है और रोज शाम होते ही यह जमीन नशेडियों का अड्डा बनकर शराब पीने का स्थान बन जाती है। इस जमीन पर केवल मिट्टी, कूडे़ के ढेर, झाड़ियां व मलबा नजर आता है। शहर के लोगों ने मांग की है कि इस जमीन पर जल्द से जल्द पार्क का निर्माण किया जाए। जिससे लोग शहर के अंदर ही पार्क में घूमकर स्वास्थ्य लाभ ले सकें।
पार्क की जमीन पर मलबा डालने को लेकर समाजसेवी ने लगाए अनोखे होर्डिंग :
महेंद्रगढ़ शहर के ताऊ देवीलाल पार्क में डाले गए मलबे को लेकर श्री सुण्डाराम ट्रस्ट ने अनोखे होर्डिंग लगाए हैं। इनमें लिखा गया है कि ताऊ देवीलाल पार्क का इतना बुरा हाल है। क्या प्रशासन मलबा डालने वालों को जुमार्ने के रूप में इस पार्क में घास लगाने को कह पाएगा। इस बारे में श्री सुण्डाराम ट्रस्ट के प्रधान संदीप मालड़ा ने बताया कि एक तरफ तो जहां ताऊ देवीलाल के वंशज इस समय हरियाणा में सत्ता में हैं वहीं दूसरी तरफ महेंद्रगढ़ के ताऊ देवीलाल पार्क का ये हाल है। उन्हें ऐसा पता लगा है कि इस प्रस्तावित पार्क में ये कंक्रीट का मलबा शहर की कुछ जर्जर सड़कों को उखाड़ कर डाला गया है। इस पर न तो नगर पालिका की तरफ से कोई कार्रवाई की गई और ना ही प्रशासन ने कोई संज्ञान लिया। नई सड़क बनाने वाले ठेकेदारों ने पुरानी सड़क उखाड़ कर मलबा इस मैदान में डाल दिया है। धीरे-धीरे इस मैदान को कूड़ा डंपिंग ग्राऊंड बना दिया जाएगा। इस बारे में उन्होंने एक लिखित शिकायत उपमंडल अधिकारी को भी दी है। अब देखना यह है कि क्या जजपा महेंद्रगढ़ के पदाधिकारी और कार्यकर्त्ता इस पर कोई कार्रवाई करवा पाते हैं या नहीं।